बिहार लोहार समाज के युवाओं के नाम संदेश
लोहार समाज का एक ऐसा युवा जो आप सभी के सामने उभर कर आया है व अपने और समाज के लिये संघर्ष कर रहा है। जीत हासिल करने के लिए एक मजबूत इरादा एवं जज्बा लेकर अपने समाज के लोगों को एक नया संदेश देने का कार्य किया है। उसके साथ अनेकों युवा साथी कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। अपनी रणनीति और कार्यशैली एवं अपने समाज के अभिभावकों के मार्गदर्शन से अल्प अवधि में सभी युवाओं के दिल में बसा है। समाज के कुछ लोग उससे (फेस टू फेस) मिल चुके हैं कुछ लोग बस नाम से ही जानते हैं। समाज में एक ऐसा युवा सूरज उगा है जो अपने समाज के युवाओं को रोशनी यथा संभव प्रदान कर रहा है। कम समय में अपने समाज के युवाओं के बीच सोशल मीडिया के माध्यम से एवं धरातल पर कार्य करके युवाओं को जगाने एवं संघर्ष करने के लिए प्रेरित करना इत्यादि अनेकों कार्य किया है। वह युवा नि:स्वार्थ, निष्पक्ष होकर एक मजबूत इरादा लेकर नये युग के आवाहन के साथ मशाल लिये आगे चल रहा है। एक युवा समाज का निर्माण करने को प्रयत्नशील है जो कि लोहार समाज में ऐसा कभी नहीं हुआ था। वह युवा हैं मोतिहारी के अवध बिहारी शर्मा। छात्र जीवन से ही सामाजिक गतिविधियों में अग्रसर अवध बिहारी प्रशासनिक सेवा में जाने की तैयारी कर रहे हैं। उनके मन में समाज के प्रति बहुत पीड़ा है जिसके कारण वह पढ़ाई के साथ सामाजिक गतिविधियों में लिप्त हो लोगों को जगाने का काम कर रहे हैं।
उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त ना हो जाए।
युवा वह है—
1—जो अनीति से लड़ता है।
2—जो बड़े और छोटे सबका आदर सम्मान करता है।
3—जिसमें जोश के साथ होश भी हो।
4—जिसमें राष्ट्र के लिए बलिदान की आस्था है।
5—जो समस्या को सावधान निकालता है।
6—जो प्रेरक इतिहास रचता है।
7—जो बातों का बादशाह नहीं बल्कि करके दिखलाता है।
8—जो समाज की एक नई रोशनी देता है।
जय हिंद—जय भारत
लेखक— श्रवण कुमार शर्मा, गया