विश्वकर्मा पांचाल ब्राह्मण सभा लखनऊ ने ख्यातिप्राप्त चित्रकार डॉ0 सुनील विश्वकर्मा का किया सम्मान
वाराणसी। अयोध्या में स्थापित प्रभु श्रीराम की प्रतिमा का रेखा चित्र तैयार करने वाले, तथा राष्ट्रपति महोदया द्वारा सम्मानित डॉक्टर सुनील विश्वकर्मा विभागाध्यक्ष ललित कला संकाय महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी का स्वागत सम्मान कार्यक्रम उनके। कार्यालय में किया गया। इस अवसर पर विश्वकर्मा पांचाल ब्राह्मण सभा लखनऊ के पदाधिकारियों अध्यक्ष अखिलेश मोहन , महामंत्री अरुण विश्वकर्मा, कोषाध्यक्ष संजय विश्वकर्मा, प्रचार मंत्री कमलेश प्रताप विश्वकर्मा (प्रधान संपादक विश्वकर्मा किरण), धर्मेंद्र विश्वकर्मा द्वारा किया गया।
सभी ने डॉक्टर सुनील विश्वकर्मा को माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम व गुलदस्ता देकर एवं विश्वकर्मा स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। उपस्थित लोगों ने मिष्ठान खिलाकर उनके उत्तरोत्तर उज्जवल भविष्य की मंगल कामना की। इस अवसर पर विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट मुख्यालय सोनभद्र के महासचिव इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा, श्याम बाबू विश्वकर्मा, घनश्याम विश्वकर्मा द्वारा प्रभु विश्वकर्मा जी की धात्विक प्रतिमा भेंट कर, व माल्यार्पण कर स्वागत सम्मान किया गया।
विश्वकर्मा पांचाल व्राह्मण सभा लखनऊ के अध्यक्ष अखिलेश मोहन द्वारा अवगत कराया गया कि डॉक्टर सुनील विश्वकर्मा जी की इस उपलब्धि तथा राष्ट्रपति महोदया द्वारा सम्मानित किए जाने से पूरा विश्वकर्मा समाज अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है, विश्वकर्मा किरण के प्रधान संपादक कमलेश विश्वकर्मा ने अयोध्या में स्थित श्री राम मंदिर के निर्माण में विश्वकर्मा वंशजों के अभूतपूर्व योगदान की सराहना करते हुए बताया कि समाज के मंदिर के डिजाइनर सोमपुरा, मूर्ति के निर्माता योगीराज एवं मूर्ति के रेखांकन करने वाले डॉक्टर सुनील विश्वकर्मा की इस उपलब्धि को अयोध्या के श्री राम मंदिर के साथ इतिहास के पन्नों में अंकित रहेगा। इस योगदान से विश्वकर्मा समाज में अपार हर्ष व्याप्त है। सरकार को इस वैज्ञानिक सोच के समाज पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता है। विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट सोनभद्र के महासचिव इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा ने विश्वकर्मा समाज के आत्म गौरव के पुनर्स्थापना पर अपार हर्ष व्यक्त किया तथा संकल्प दिलाया कि शीघ्र ही विश्वकर्मा समाज अपने वैदिक वैभव को प्राप्त करेगा।
सम्मान कार्यक्रम में अखिलेश मोहन विश्वकर्मा, अरुण विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, कमलेश प्रताप विश्वकर्मा, धर्मेंद्र विश्वकर्मा, इंजीनियर विनोद कुमार शर्मा, प्रोफेसर धनंजय विश्वकर्मा, घनश्याम विश्वकर्मा, श्याम बाबू विश्वकर्मा, अभिषेक विश्वकर्मा, राकेश विश्वकर्मा, इत्यादि विश्वकर्मा बंधुओं के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। डॉ सुनील विश्वकर्मा जी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।