आपकी कलम से

आपकी कलम से

यह कैसा रामराज्य है, तेरे अपने हैवानों के साथ क्यों हैं?

वह धू-धू कर जल रही थी लेकिन लोग निद्रा में लीन थे। सो रहा था प्रशासन, पर वह न्याय की...

लचर व्यवस्था की शिकार हो गई ज्योति, उन्नति और मोहिनी विश्वकर्मा

घटनाएं तो बहुत हो रही हैं, इन घटनाओं में कुछ झकझोर देने वाली भी घटनाएं शामिल हैं। बीते साढ़े चार...

सम्मेलनों के आयोजनों से विश्वकर्मा समाज मे जनजागृति

विश्वकर्मा समाज में जनजागृति के लिए सम्मेलनों का आयोजन जोर पकड़ने लगा है। इससे प्रतीत होता है कि विश्वकर्मा समाज...

सामाजिक विकास के लिये संगठनों को तय करना होगा लक्ष्य

काश, समाज के निश्चित विकास के लिए सभी संगठन कुछ कार्यक्रमों पर अमल करते हुए लक्ष्य बनाते, जिससे कि समाज...

साम्प्रदायिकता

साम्प्रदायिक का अभिप्राय अपने धार्मिक सम्प्रदाय से भिन्न अन्य सम्प्रदाय या सम्प्रदाययों के प्रति उदासीन, घृणा, उपेक्षा, विरोधी या आक्रमण...

गाँधी मार्ग से ही मानवता का कल्याण और देश का विकास संभव

गाँधी के दर्शन का सर्वोदय समाज है. गाँधी का सर्वोदय समाज वर्ग संघर्ष से नही आता है बल्कि यह सामाजिक,...

परिवार में वट वृक्ष के समान होते हैं बुजुर्ग

भागलपुर। भारत में संयुक्त परिवार की अवधारणा शुरू से रही है, जिसमें बुजुर्गों को परिवार का धरोहर माना जाता रहा...

समय और धन की बर्बादी क्यों?

देश में बेरोजगारी और शिक्षा की हालत किसी से छिपी नहीं है। उसमें भी लोगों के धन का अपव्यय बचाकर...

जर्मन लोहार का बनाया ये है दुनिया का सबसे तेज चाकू

प्राचीन दमिश्क के लोहार बेहद तेज और लचकदार चाकू और तलवार बनाने में महारथ रखते थे। एक जर्मन लोहार ने...

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