सम्मेलनों के आयोजनों से विश्वकर्मा समाज मे जनजागृति

विश्वकर्मा समाज में जनजागृति के लिए सम्मेलनों का आयोजन जोर पकड़ने लगा है। इससे प्रतीत होता है कि विश्वकर्मा समाज मे नव चेतना का निर्माण तीब्र गति से हो रहा है जो समाज के लिए पोषक तत्व के रूप में कार्य कर रहा है। विश्वकर्मा समाज में सम्मेलनों के माध्यम से जो जन जागरण शुरू किया गया है वह विश्वकर्मा समाज के विकास में अवश्य कारगर सिद्ध होगा। देखने में आया है कि लगभग सभी प्रांतों में विश्वकर्मा सम्मेलनों का आयोजन आए दिन किया जा रहा है जिसके कारण निद्रा में सोए विश्वकर्मा समाज भी करवटें बदलने लगा है।
आशा ही नहीं, पूरा विश्वास है कि नींद से करवटें बदलने वाले विश्वकर्मा समाज के लोग अवश्य एक दिन जागकर समाज के लोगों से कंधे से कंधा मिलाकर समाज के विकास के लिए अपना सहयोग देंगे। आज जो परिस्थितियां विश्वकर्मा समाज की है, उस परिस्थिति को हमें बदलना है और अन्य समाजों की तुलना में हमें एक कदम आगे ही रहना है तभी विश्वकर्मा समाज को इस देश में सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त हो सकेगी। आज दूसरे समाज के लोगों को जन जागरण करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वह समाज बहुत पहले से ही जागकर सक्रिय हो चुके हैं। विश्वकर्मा समाज को भी उनके पद चिन्हों पर चल कर अपने समाज को आगे बढ़ाना होगा तभी आने वाली विश्वकर्मा समाज की पीढ़ी इस देश में विश्वकर्मा समाज को हर क्षेत्र में चाहे वह राजनीतिक हो या आर्थिक हो या सामाजिक अथवा शैक्षणिक या वह सांस्कृतिक क्षेत्र हो तभी हर क्षेत्र में हमारी भागीदारी सुनिश्चित हो पाएगी।
जागो विश्वकर्मा भाइयों जागो
लेखक- हरिप्रसाद विश्वकर्मा, (सम्पादक- विश्वकर्मा टाइम्स) मो0: 9423133554
Me surat se hu mera pata (16,siv shakti row. hous . Pardi – kande.sachin, surat. Pin:
394230 samaj ke liye mera koi bhi kam ho to be jijk bataiye seva karna subh karm he.jay Shree Vishwakarma baba (me mevada suthar hu parntu ak Vishwakarma hi hu kyunki ham sab ak hai only Vishwakarma.)