विश्वकर्मा यूनिवर्सिटी के संस्थापक गिरिनाथ शर्मा का निधन, विश्वकर्मा समाज में शोक की लहर
प्रकाशम/कोलकाता। ॐ श्री गायत्री विश्वकर्मा यूनिवर्सिटी ओंगल (आंध्र प्रदेश) के संस्थापक चेयरमैन डॉ0 गिरिनाथ शर्मा का 68 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने 2 जनवरी को प्रातः पौने 5 बजे अंतिम सांस ली। डॉ0 गिरिनाथ शर्मा बहुत ही विद्वान और शख्शियत थे, वह विश्वकर्मा समाज के गौरव थे। 8 भाषाओं पर पकड़ रखने के साथ ही शिक्षा क्षेत्र में उनका बड़ा योगदान था। देश में भगवान विश्वकर्मा के नाम पर “ॐ श्री गायत्री विश्वकर्मा यूनिवर्सिटी” स्थापित कर सम्पूर्ण समाज को दिशा देने का कार्य किया।
डॉ0 गिरिनाथ शर्मा शिक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य कर ही रहे थे, साथ ही समाज के प्रति भी उनका गहरा झुकाव था। वह दी अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के एडवाइजरी बोर्ड चेयरमैन भी थे। उनके निधन से समाज ने एक अच्छा मार्गदर्शक, समाज का महान सपूत खो दिया। उनके निधन से पूरा विश्वकर्मा समाज मर्माहत है। दी अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष छेदीलाल शर्मा (विश्वकर्मा), राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पैलेस कुमार सिद्धपुरा, राष्ट्रीय महामंत्री दिनेश भाई शर्मा (विश्वकर्मा), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम प्यारे विश्वकर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एम0ए0म शर्मा, ऑर्गेनाइज्ड सेक्रेटरी मनोरंजन महाराणा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश कुमार वत्स (दिल्ली), श्रीकांत शर्मा (पश्चिम बंगाल) सहित महासभा के सभी पदाधिकारियों ने शोक प्रकट किया है। “विश्वकर्मा किरण” परिवार की तरफ से भी डॉ0 गिरिनाथ शर्मा को विनम्र श्रद्धांजलि।