“अगुवाई औरत की” अभियान में रेड ब्रिगेड की संस्थापक ऊषा विश्वकर्मा बोली “लड़की निडर करे वोट की फिकर”
लखनऊ। आप अपने आस-पास के लोगों को वोट देने के लिए जागरूक कर पाए? अट्ठारह वर्षीय लडकियों को ख़ुद सोच-विचार कर वोट देने का भी अधिकार है। लडकियां बिना किसी की राय लिए और बिना डरे, अपना एक क़ीमती वोट दे पाए, इन तमाम चीजों को सोचते हुए “रेड ब्रिगेड लखनऊ और ऐमरन फाउंडेशन” के संयुक्त तत्वावधान में एक अभियान की शुरुआत की है जिसका नारा है “लड़की निडर, करे वोट की फ़िकर।”
रेड ब्रिगेड की टीम ने अपने ट्रेनिंग अभियान को सफ़लता पूर्वक आयोजित किया है। इसी क्रम में 27 दिसम्बर को भी रेड ब्रिगेड लखनऊ की टीम ने बंसल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, सीतापुर रोड, लखनऊ में अभियान का आयोजन किया। संस्था के निदेशक प्रोफेसर (डॉ0) एस0के0 अग्रवाल ने मुख्य अतिथि ऊषा विश्वकर्मा को एक पौधा देकर उनका सम्मान किया। ऊषा विश्वकर्मा ने उपस्थित छात्राओं के समक्ष सम्बोधन में कहा कि ‘महिला आरक्षण’ का निर्णय दुनिया के सामने महिला नेतृत्व में विकास का रास्ता दिखाएगा। यह विकसित भारत निर्माण में मील का पत्थर बनेगा।
ऊषा ने कहा कि महिलाओं की सशक्त प्रतिनिधित्व और प्रभुत्व के नए युग का आरंभ है। यह केवल एक क़ानून नहीं है, बल्कि यह उन असंख्य महिलाओं का सम्मान है जो समाजसेवा और राजनीति में अग्रसर हैं। संस्था की संस्थापक सदस्य लक्ष्मी ने ब बच्चों से कहा कि आजादी के लगभग सौ साल चले आंदोलन में लाखों महिलाओं ने शहादत दी, कुर्बानी दी, तब जाकर आजादी मिली और साथ ही मत देने का अधिकार मिला। देश-समाज को सुंदर बनाने के लिए, वोट जैसे सहज, सरल और ताकतवर हथियार का उपयोग करना सीखना होगा। कार्यक्रम में लड़कियों को खुद की सुरक्षा के लिए आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया।
कार्यक्रम को संस्था के डॉ0 अरुण यादव, डॉ0 सिराज फातिमा, विधि दुबे, अंजली के साथ-साथ रेड ब्रिगेड लखनऊ टीम के सदस्य मानसी, अशोक, खुशी, दीपक, अखिलेश, अनामिका ने मिलकर सम्भाला और वहां मौजूद रहकर काम किया। ‘वोट ऑफ थैंक्स’ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष डॉ0 अनुराग द्विवेदी ने ज्ञापित किया। मंच संचालन डॉ0 सत्यव्रत द्वारा किया गया।