श्री राम मन्दिर अयोध्या का “ध्वज डण्ड” बनाने वाला विश्वकर्मा मेवाड़ा परिवार
अहमदाबाद (भरत सुथार)। समस्त विश्वकर्मा वंशजों और हिंदुओं के लिए गौरवपूर्ण कार्य अहमदाबाद में किया गया है। श्री राम मन्दिर अयोध्या में लगाये जाने वाले “ध्वज डण्ड” का निर्माण विश्वकर्मा मेवाड़ा परिवार के भरतभाई डी. मेवाड़ा, कश्यप बी. मेवाड़ा एवं उनके स्टाफ द्वारा किया गया है जो विधिवत पूजन-अर्चन और शोभायात्रा के साथ अयोध्या ले जाया जायेगा।
हिंदू मंदिर के लिए “ध्वज डण्ड” बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आस्था और भक्ति का प्रतीक है। गर्भगृह में जो ऊर्जा आती है वह “ध्वज डण्ड” से ब्रह्मांड के कॉस्मिक एंटीना की तरह होती है।
पूरी दुनिया की निगाहें इस समय अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर के उद्घाटन पर टिकी हैं। आप सभी को जानकर खुशी होगी कि श्री राम मंदिर के “ध्वज डण्ड” का निर्माण अहमदाबाद में अंबिका इंजीनियरिंग वर्क्स और देव आर्ट द्वारा किया गया है।
गुजरात एवं अन्य राज्य के कई संत-महात्मा, दंडी स्वामी, शंकराचार्य, कई मंत्री, सांसद-विधायक, प्रशासनिक अधिकारी, कई संगठनों के प्रमुख, कई गणमान्य व्यक्ति, कई जातियों के प्रमुख नेता, स्थानीय लोगों ने इस कार्य को देखा और मेवाड़ा परिवार के कला कौशल और उनके कारीगरी की प्रशंसा एवं सराहना की।
अंबिका इंजीनियरिंग वर्क्स, अहमदाबाद पहुंचकर ध्वज डण्ड देखने वालों में प्रख्यात समाजसेवी व डाकोर विश्वकर्मा मन्दिर के अध्यक्ष चन्द्रबदन मिस्त्री, वरिष्ठ समाजसेवी भरतभाई सुथार, अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय महासचिव व वंश परम्परागत कारीगरों के नेता कालूराम लोहार प्रमुख हैं।