किसान की दुर्दशा
उत्तर वैदिक काल से ही भारत एक कृषि प्रधान देश है। जिसकी आधार भूत संरचना
आपकी कलम से
उत्तर वैदिक काल से ही भारत एक कृषि प्रधान देश है। जिसकी आधार भूत संरचना
अगर हम इतिहास से इतिहास की परतों को खंगालना शुरू करें तो एक ऐसे विराट
लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है कि लोगों में अपने मतों का
135 करोड़ भारतीयों की आवाज बने भारत के प्रधानमंत्री का संयुक्त राष्ट्र संघ में अपने
आज हमारे देश की परिस्थिति बहुत ही खराब हो गई है। देश में मौत ही
धर्म अर्थात मानवीयकरण की प्रक्रिया का आशय “किसी मजहब, रिलीजन जाति या समुदाय से नहीं
कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण कालखंड के दौरान भी राजस्थान सरकार ने ग्राम पंचायत चुनाव कराने
(प्रकाश चंद्र शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार) न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण बल, आइंस्टीन का सापेक्षता का सिद्धांत और
(राजकिशोर शर्मा) विश्वकर्मा समाज के अंदर विश्वास की सख्त कमी है, जिसकी वजह से हम
औरंगाबाद। मानते हैं कि कोरोना वैश्विक महामारी के कारण प्रशासन की ओर से कुछ चीज़