भाजपा सरकार ने किया भगवान विश्वकर्मा का अपमान- रामआसरे विश्वकर्मा

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जौनपुर। पूर्वमंत्री एवं अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामआसरे विश्वकर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने भगवान विश्वकर्मा का अपमान किया। जब-जब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी, भगवान विश्वकर्मा पूजा दिवस 17 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। परंतु जैसे ही भाजपा की सरकार बनी सबसे पहले उस सार्वजनिक अवकाश को निरस्त कर भगवान विश्वकर्मा का अपमान किया। भाजपा सिर्फ हिन्दूवादी होने का ढोंग करती है, भगवान विश्वकर्मा से बड़ा कोई हिन्दू नहीं, लेकिन भाजपा उनका अपमान करने में आगे रही। श्री विश्वकर्मा श्री राम वाटिका नईगंज जौनपुर में अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा द्वारा आयोजित सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता रवीन्द्र कुमार विश्वकर्मा तथा संचालन जिला महासचिव जगदीश विश्वकर्मा व त्रिवेणी विश्वकर्मा ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पूर्वमंत्री रामआसरे विश्वकर्मा थे। विशिष्ट अतिथि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजेश विश्वकर्मा (सपा प्रदेश सचिव), सपा निर्वतमान जिलाध्यक्ष डॉ0 अवधनाथ पाल व पंकज मिश्रा थे। मुख्य अतिथि रामआसरे विश्वकर्मा ने कहा जौनपुर से हमारा परिवार का रिश्ता है। जौनपुर में हम पैदा हुए और राजनीति आजमगढ़ में की, आजमगढ़ और जौनपुर दोनों हमारा घर है।

श्री विश्वकर्मा ने कहा कि अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा एक सामाजिक संगठन है तथा महासभा के कार्यक्रम में केवल विश्वकर्मा समाज की बात होती है। कुछ लोग भ्रम न फैलाएं कि हमारी बैठकों में कैवल राजनीति की बात होती है। पहले हम विश्वकर्मा समाज के है बाद में राजनेता हैं। समाज का सम्मान और पहचान को आगे बढाना हमारी प्रथम जिम्मेदारी है। सरकार द्वारा विश्वकर्मा पूजा का सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के बाद ही विश्वकर्मा समाज की पहचान बनी है। प्रथम बार समाजवादी पार्टी की सरकार में नेताजी ने और बाद में अखिलेश यादव ने विश्वकर्मा पूजा की गजटेड छुट्टी घोषित की थी। जिससे पूरे देश में विश्वकर्मा समाज की पहचान बनी थी। भाजपा सरकार ने उसे निरस्त कर दिया। सपा सरकार ने जो विश्वकर्मा समाज का सम्मान बढ़ाया था भाजपा सरकार ने विश्वकर्मा समाज का सम्मान घटाया है।

विश्वकर्मा समाज के नौजवानों को अब शिक्षा, नौकरी और रोजगार चाहिए। विश्वकर्मा समाज के लोग अब डाक्टर, इंजीनियर और आईएएस बनना चाहते हैं। आज के डिजिटल युग मे जब भाजपा सरकार को विश्वकर्मा समाज के नौजवानों के हाथ में कम्प्यूटर और कलम देना चाहिए तो उनके हाथ में टूल किट दे रही है। आज विश्वकर्मा समाज के बुनियादी मुद्दों का समाधान करने की आवश्यकता है। आरक्षण अगर खत्म हो जायेगा तो पिछड़े वर्गों को नौकरी नहीं मिलेगी। महिला आरक्षण में जब तक पिछड़े दलित अल्पसंख्यक समाज की महिलाओं का आरक्षण नहीं किया जायेगा तब तक महिलाओं को समुचित भागीदारी नहीं मानी जायेगी। जातीय जनगणना से ही हम सभी की वास्तविक जनगणना का पता चलेगा। विश्वकर्मा समाज के लोग जब तक एमपी, एमएलए नहीं बनेंगे तब तक विश्वकर्मा समाज की आवाज संसद में नहीं उठेगी। सरकार में भागीदारी देने से ही विश्वकर्मा समाज के विकास का रास्ता खुलता है।

सम्मेलन को जिलाध्यक्ष सोचन राम विश्वकर्मा, हीरालाल विश्वकर्मा, जियालाल विश्वकर्मा, शिव प्रसाद विश्वकर्मा, दीपक विश्वकर्मा, उमाकांत विश्वकर्मा, गुलजीत विश्वकर्मा, अजय विश्वकर्मा, कैलाश विश्वकर्मा, लालजी विश्वकर्मा, शम्भूनाथ विश्वकर्मा, राधेश्याम विश्वकर्मा, दीपक विश्वकर्मा आदि ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर बड़ी। संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।

-शिव प्रकाश विश्वकर्मा

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