लेफ्टिनेंट बनकर आदित्य प्रताप आर्य ने बढ़ाया परिवार व समाज का मान

शामली। देहरादून में लेफ्टिनेंट की 18 माह की ट्रेनिंग पूरा करने के बाद आदित्य प्रताप आर्य को पासिंग आउट परेड में “बेस्ट इन एकेडमिक अवार्ड” से नवाजा गया है। यह विश्वकर्मा वंशीय समाज के लिये गौरव की बात है। बता दें कि शामली शहर के मोहल्ला गगन विहार निवासी होनहार आदित्य प्रताप आर्य का चयन लेफ्टिनेंट पद पर हुआ था जिसकी ट्रेनिंग आईएमए देहरादून में चल रही थी। ट्रेनिंग पूर्ण होने के बाद आदित्य प्रताप आर्य को पासिंग आउट परेड में बेस्ट इन एकेडमिक अवार्ड से सम्मानित किया गया। वह 18 माह की ट्रेनिंग पूरी कर लेफ्टिनेंट बने हैं।
लेफ्टिनेंट आदित्य प्रताप आर्य गगन विहार निवासी अशोक आर्य के बेटे हैं। अशोक आर्य मूलतः मुजफ्फरनगर जनपद के फुगाना थानाक्षेत्र के गांव सरनावली निवासी हैं जो अब शामली के गगन विहार में रहते हैं। देहरादून में पासिंग आउट परेड के बाद आदित्य ने अपने पिता को अपनी लेफ्टिनेंट की कैप पहनाकर उनका आशीर्वाद लिया। साथ ही कर्नल सतीश कुमार ने आदित्य के पिता अशोक आर्य, मां मिथलेश व दो बहनों अपेक्षा आर्य व ऋतिका आर्य समेत पूरे परिवार को गौरव पदक से सम्मानित किया।
ज्ञात हो कि आदित्य ने कक्षा सात तक की परीक्षा शामली के सेंट फ्रांसिस स्कूल से प्राप्त की थी। इसके बाद आगे की पढ़ाई कुरुक्षेत्र से की। आदित्य के पिता अशोक आर्य बिजनौर जिले के नजीबाबाद में एलआईसी में शाखा प्रबंधक हैं जबकि मां गृहणी हैं। अशोक आर्य ने बताया कि बड़ी बेटी अपेक्षा भोपाल में असिस्टेंट प्रोफेसर है और सबसे छोटी बेटी ऋतिका आर्या बरेली में वेटनरी डाक्टर की अंतिम वर्ष में पढ़ रही है। आदित्य ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व शिक्षकों को दिया है।
आप सभी को अवगत कराना है कि आदित्य के पिता अशोक आर्य “लार्ड विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट” शामली से जुड़े हैं और सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। यह ट्रस्ट पूरे देश मे अतुलनीय कार्यों के लिये जाना जा रहा है। ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ ही समाजजनों ने आदित्य प्रताप आर्य को बधाई दिया है।