विश्वकर्मा समाज को आत्मनिर्भर बनाएगी मोदी सरकार, करपेन्टर्स सम्मेलन में बोले नेता
मुम्बई (गंगाराम विश्वकर्मा)। भाजपा मुम्बई महामंत्री संजय उपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि देश के पारंपरिक कारीगर आत्मनिर्भर बनने के साथ व्यवसायिक प्रतियोगिता में भी आगे रहें। देश के कारीगरों को लाभ देने के लिए 13000 करोड़ रूपये बजट के साथ शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना देश के पारंपरिक कारीगरों के लिए वरदान साबित होगी।
मालाड (पश्चिम) स्थित बजाज हॉल में कारपेंटर्स वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से आयोजित वार्षिक समारोह “एक शाम कारपेंटरों के नाम” कार्यक्रम में श्री उपाध्याय ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना से समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को आर्थिक मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के काफी वर्षों बाद भी कारीगर समुदाय को उपेक्षित रखा गया। मोदी सरकार की ओर से शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना से देश के लाखों कारीगरों का उत्थान होगा।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री रामआसरे विश्वकर्मा ने कहा कि कारीगरों, खासकर विश्वकर्मा समाज की देश में अच्छी खासी आबादी है। बावजूद इसके इस समाज को राजनैतिक हाशिए पर डाल दिया गया है, जिससे विश्वकर्मा समाज का अपेक्षित विकास नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा समाज को अपने स्वाभिमान की लड़ाई खुद लड़नी होगी तभी उसका चौतरफा विकास होगा।
मुंबई कांग्रेस उत्तर भारतीय प्रकोष्ठ के कार्याध्यक्ष अवनीश सिंह, श्री सिद्धि विनायक मंदिर के ट्रस्टी सुनील गिरी, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना मुंबई संयोजक नरेंद्र गांवकर ने भी कारीगरों की आर्थिक स्थिति और जीवन पर प्रकाश डाला। नागपुर के अंकुश हीरालाल रेवाड़िया को समाजसेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान देने के लिए “श्री विश्वकर्मा समाज रत्न” सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अलावा कार्यक्रम में शामिल हुए विश्वकर्मा समाज की कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी सत्कार किया गया।
ओजोन हार्डवेयर, जॉली सीमेंट बोर्ड और यूरो एडहेसिव प्रायोजित इस कार्यक्रम में लोकगायक राकेश तिवारी ने सम सामयिक गीत प्रस्तुत किए, जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा। संस्था के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण विश्वकर्मा ने संस्था के गतिविधियों पर प्रकाश डाला। महामंत्री दिनेश विश्वकर्मा ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम संयोजक गंगाराम विश्वकर्मा ने किया।
समारोह को सफल बनाने में योगेश विश्वकर्मा, रामलाल विश्वकर्मा, गुलाब विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, हेमंत विश्वकर्मा, वकील विश्वकर्मा, प्रेमनाथ विश्वकर्मा, रामजी विश्वकर्मा, राजन विश्वकर्मा, दीनानाथ विश्वकर्मा, अनिल विश्वकर्मा, कन्हैयालाल विश्वकर्मा, जनार्दन विश्वकर्मा, महेंद्र यादव, संजय विश्वकर्मा, दिनेश विश्वकर्मा, राम बहादुर विश्वकर्मा, संतलाल विश्वकर्मा, शैलेश विश्वकर्मा, अनिल विश्वकर्मा हार्डवेयर आदि का विशेष सहयोग रहा।