मेरी शिल्पकला को भगवान विश्वकर्मा का आशिर्वाद— राम वी सुतार
मुम्बई। दुनिया में सबसे ऊंची मूर्ति सरदार पटेल की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को बनाने वाले शिल्पकार राम वी सुतार ने कहा कि मेरे द्वारा बनाये गए शिल्पकला को भगवान विश्वकर्मा का आशिर्वाद है। मुम्बई में लोअर परेल स्थित लोढ़ा वर्ल्ड वन टॉवर में आयोजित सम्मान समारोह में श्री सुतार ने कहा कि मेरी शिल्पकला भारतीय संस्कृति व शिल्पकला परम्परा का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मैं 1947 से लगातार विभिन्न मूर्तियां बना रहा हूं, लोगों को अच्छा लग रहा है, एक कलाकार को इससे अधिक क्या चाहिए। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में बनने वाले शिवाजी के भव्य मूर्ति का मॉडल बन कर तैयार है, जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होगा।
महाराष्ट्र राज्य के वित्त मन्त्री सुधीर मुनगंटीवार ने इस अवसर पर कहा कि विश्वप्रसिद्ध शिल्पकार व पद्मभूषण राम वी सुतार का सम्मान करना हमारे लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि सुतार ने विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा बनाकर भारत माता का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने राम सुतार को भारत का कोहीनूर बताया और कहा कि मेरे लिये यह गर्व की बात है कि राम वी सुतार जैसे व्यक्ति का अभिनन्दन करने का अवसर मिला। वित्त मन्त्री मुनगंटीवार ने विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा का निर्माण करने वाले सुतार का अभिनन्दन देश की सबसे ऊंची आवासीय बिल्डिंग वर्ल्ड वन में होने को भी एक अद्भुत संयोग बताया।
समारोह में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन केवल हांडा, राजेन्द्र जाधव, विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा, सीमा अठावले तथा अनिल सुतार ने भी विचार रखे। सुधीर मुनगंटीवार, मंगल प्रभात लोढ़ा व मंजू लोढ़ा ने राम वी सुतार को सरस्वती की प्रतिमा भेंट कर शॉल व पुष्प गुच्छों से अभिनन्दन किया। लोढ़ा फाउंडेशन की चेयरपर्सन मंजू लोढ़ा ने अपनी कविताओं से सभी आगन्तुकों का स्वागत किया। डॉ0 द्वारकानाथ कोटणीस रिसर्च ब्यूरो व लाडले इन्फो ने संयुक्त रूप से सम्मान समारोह का आयोजन किया था। समारोह में कला, संस्कृति, समाजसेवा क्षेत्र के कई जाने—माने लोग मौजूद रहे।
—गंगाराम विश्वकर्मा