विश्वकर्मा पूजा पर सार्वजनिक अवकाश की मांग के लिए एकजुट हो रहा विश्वकर्मा समाज

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लखनऊ। जैसे-जैसे विश्वकर्मा पूजा नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे विश्वकर्मा समाज के संगठनों और नेताओं की सक्रियता बढ़ती जा रही है। सारे संगठन एक सुर में 17 सितम्बर विश्वकर्मा पूजा को राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग कर रहे हैं। कोई संगठन धरना और ज्ञापन की तैयारी कर रहा है तो कोई पत्र लिख रहा है तो कोई ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से अपनी मांग रख रहा है।

पूर्व मन्त्री व सपा नेता रामआसरे विश्वकर्मा के नेतृत्व वाले अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा ने 7 सितम्बर को पूरे उत्तर प्रदेश में सभी जिला मुख्यालयों पर समूह बनाकर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति व उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने का ऐलान किया है। अखिल भारतीय यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के निर्देश पर महासभा के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्तागण पिछले 1 महीने से राष्ट्रपति, प्रधानमन्त्री, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल व मुख्यमन्त्री को पत्र लिख रहे हैं।

अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा व उनकी पूरी कमेटी भी पत्र व ईमेल के माध्यम से सार्वजनिक अवकाश की मांग कर रही है। साथ ही सभी सोशल प्लेटफार्म पर विश्वकर्मा पूजा को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की जा रही है। विश्वकर्मा चैरिटेबल ट्रस्ट रेड ब्रिगेड जौनपुर ने भी समूह के साथ ज्ञापन देने का ऐलान किया है। इसके अलावा प्रदेश व क्षेत्रीय स्तर के संगठन भी 17 सितम्बर विश्वकर्मा पूजा को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग कर रहे हैं।

बता दें कि पहली बार वर्ष 2004 में तत्कालीन मुख्यमन्त्री मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार ने विश्वकर्मा पूजा को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। 2007 में मायावती के नेतृत्व में बीएसपी की सरकार बनी तो यह सार्वजनिक अवकाश निरस्त कर दिया गया। 2012 में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार ने फिर से विश्वकर्मा पूजा पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया। 2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने फिर से विश्वकर्मा पूजा के सार्वजनिक अवकाश को निरस्त कर दिया। योगी जी ने यह जरूर कहा था कि भगवान विश्वकर्मा की महिमा को पाठ्यक्रम में सम्मिलित कर बच्चों को पढ़ाया जायेगा। सभी प्राथमिक विद्यालयों में 17 सितम्बर को बच्चों के सम्मुख भगवान विश्वकर्मा का वर्णन किया जायेगा। तीन वर्ष बीत गये परन्तु योगी जी की घोषणा सिर्फ घोषणा बनकर रह गई। कुछ भी होता न देख एकबार फिर से विश्वकर्मा समाज व भगवान विश्वकर्मा के अनुयायियों ने 17 सितम्बर विश्वकर्मा पूजा के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग तेज कर दी है। देखना यह है कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए आदिकाल में देवी-देवताओं को अस्त्र-शस्त्र प्रदान करने वाले भगवान विश्वकर्मा के अनुयायियों की मांग को हिन्दूवादी प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ कितना महत्व देते हैं?

2 thoughts on “विश्वकर्मा पूजा पर सार्वजनिक अवकाश की मांग के लिए एकजुट हो रहा विश्वकर्मा समाज

  1. Khushi Ka vishay hai Vishwakarma samaj sangathit ho Raha hai apne adhikaron KO samajh raha hai.JAI BABA VISHWAKARMA

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