देश का विकास और निर्माण विश्वकर्मा समाज से ही प्राम्भ हुआ— रामआसरे विश्वकर्मा
गाजियाबाद। देश का विकास और निर्माण विश्वकर्मा समाज से ही प्राम्भ हुआ। अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन और भारत के राष्ट्रपति ज्ञानी जैलसिंह विश्वकर्मा समाज में पैदा होकर विश्वकर्मा समाज का नाम आगे बढ़ाया। उक्त उद्गार पूर्व मन्त्री व अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामआसरे विश्वकर्मा ने भगवान विश्वकर्मा पर लिखी गई पुस्तक के विमोचन अवसर पर व्यक्त किया।
उन्होंने ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा को निर्माण के देवता के रूप जाना जाता है। भगवान शिव को सोने का महल, भगवान कृष्ण को द्वारिकापुरी, भगवान इन्द्र को इन्द्रपुरी तथा यम को यमपुरी और भगवान राम के लिये पुष्पक विमान का निर्माण भगवान विश्वकर्मा ने किया था। देश और दुनिया के विकास और तकनीकी निर्माण में भगवान विश्वकर्मा और उनके वंशजो का बहुत बड़ा योगदान रहा है। सूचना क्रान्ति के जनक सैम पित्रोदा तथा सरदार पटेल के मूर्ति का प्रारूपकार राम वी सुतार तथा साइकिल के आविष्कारक अस्ट्रेलिया के मैकमिलन तथा होंडाकार का आविष्कार करने वाले जापान के साइचिरो होंडा सभी विश्वकर्मा समाज के हैं। उन्होंने स्वयं समाजवादी पार्टी की सरकार में मन्त्री पद पर रहते हुये अनेकों कार्य किये। सपा सरकार में ही भगवान विश्वकर्मा पूजा दिवस 17 सितम्बर के अवसर पर सार्वजनिक हुआ था जिसे वर्तमान सरकार ने निरस्त कर दिया। श्री विश्वकर्मा ने कहा कि सपा सरकार में कई शहरों में सड़क, चौराहे, पार्क आदि का निर्माण भगवान विश्वकर्मा के नाम पर कराये गये। समाज के गरीब व पीड़ित लोगों की मदद की तथा सदैव समाज के लिए काम करते रहेंगे।
गाजियाबाद के पाण्डवनगर स्थित मार्शल महल बैंकट हाल में “भगवान विश्वकर्मा एवं उनके वंशज” वेदोक्त ब्राह्मण/वैदिक ब्राह्मण धार्मिक ग्रन्थों के प्रमाणों के आधार पर पुस्तक का विमोचन पूर्व मन्त्री राम आसरे विश्वकर्मा, प्रख्यात पत्रकार डा0 रामजी लाल जांगिड, समाजसेवी निधि विश्वकर्मा, प्रसिद्ध वास्तुविद नरेन्द्र धीमान, विश्वकर्मा जगत-गुरु शंकराचार्य बाबा औघड़नाथ उर्फ मौनी बाबा आदि के द्वारा किया गया। इस अवसर पर चैन्या विश्वकर्मा ने अपनी मधुर आवाज़ में भगवान विश्वकर्मा भजन “भजो रे मन विश्वकर्मा भगवान” तथा सरस्वती वन्दना की। इस बालिका की आवाज बेहद मधुर है जिसकी सभी ने करतल ध्वनि से प्रशंसा की।
विमोचित पुस्तक में विभिन्न धार्मिक ग्रन्थों से भगवान विश्वकर्मा के बारे में प्रमाणिक जानकारी, भगवान विश्वकर्मा की कृतियां तथा कला, साहित्य, खेल, उद्योग, राजनीति, फिल्म, संगीत आदि क्षेत्रों में लगभग तीन सौ विश्वकर्मा समाज की महान विभूतियों की जानकारी है। जिसमें प्रमुख रूप से सरदार जस्सासिह रामगढ़िया, भाई लालो जी, गुरू रामसिंह जी जगत-गुरु, आदि शंकराचार्य, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, संचार क्रांति के जनक सैम पित्रोदा, द्रोणाचार्य अवार्डी राज सिंह, पद्मश्री वीतराग स्वामी कल्याण देव, स्वामी भीष्म, फिल्मकार रामानन्द सागर, क्रिकेटर हरभजन सिंह, एक्टर अजय देवगन, प्रीति जिन्टा, जगजीत सिंह गजल गायक, गायक उदित नारायण, सरदार महेन्द्र सिंह साथी, अमेरिका में पहले भारतीय सीनेटर दिलीप सौध आदि प्रमुख हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता आदि गुरु शंकराचार्य मौनी बाबा (कनखल, हरिद्वार) तथा संचालन आर0के0 शर्मा ने किया।
कार्यक्रम में विश्वकर्मा समाजसेवी (एक्टिव ग्रीन संस्था की संचालक) बबिता धीमान (पूर्व मेयर प्रत्याशी गाजियाबाद), राजेन्द्र पांचाल (प्रदेश अध्यक्ष पांचाल सभा उप्र), रामजी लाल जांगिड (हिन्दी पत्रकारिता के जनक एवं विख्यात पत्रकार भारतीय जनसंचार संस्थान के संस्थापक), इं0 एस0पी0 सिंह पांचाल (वरिष्ठ तथा सक्रिय समाजसेवी), जय भगवान धीमान, यशपाल जांगिड मेरठ (वरिष्ठ समाज सेवी एवं प्रदेश प्रवक्ता, अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा, एवं सचिव, विश्वकर्मा महासंघ, उत्तर प्रदेश), वेदप्रकाश शर्मा (वरिष्ठ समाज सेवी व भजन गायक), दिवाकर विश्वकर्मा (एक्टर व सिंगर), नरेन्द्र धीमान (विश्वकर्मा धीमान सभा दिल्ली के अध्यक्ष), यशपाल धीमान (धीमान ब्राह्मण समाज कल्याण सभा गाजियाबाद अध्यक्ष), वरिष्ठ पत्रकार एवं भगवान श्री विश्वकर्मा जी के भक्त अजेय भारद्वाज (भगवान श्री विश्वकर्मा ज्ञानपीठ, दिल्ली), रामगोपाल वत्स (टाँक ब्राह्मण समाज सभा के संरक्षक), कैप्टन चन्द्रपाल पांचाल (विश्वकर्मा समाज सभा गाजियाबाद अध्यक्ष), नित्यानन्द वशिष्ठ धीमान, ब्रजेन्द्र धीमान उपाध्यक्ष, अजय शर्मा, काजल शर्मा, महेश शर्मा, दिनेश धीमान शामली, संजय धीमान मुजफ्फरनगर, विश्वकर्मा ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष विश्वकर्मा बिजनौर, अम्बरीष धीमान, जयपाल धीमान, इ0 जे0के0 शर्मा, राजू पांचाल, दिनेश शर्मा, बालेशवर पांचाल, मनोज शर्मा, योगेश शर्मा, राजेश शर्मा जगदीश प्रसाद शर्मा, प्रदीप शर्मा, पुष्पा शर्मा, दीपिका धीमान, पूर्णिमा शर्मा, अनिल धीमान, जयपाल धीमान, ममता धीमान, उमेश कुमार शर्मा, अशोक धीमान, आयुष, प्रखर, सिद्धान्त, निपुण, आशुतोष धीमान, दिव्यांक शर्मा आदि गण्मान्य उपस्थित थे।
पुस्तक के संकलनकर्ता तथा लेखक आदित्य कुमार धीमान हैं। यह पुस्तक उन्होंने अपनी स्वर्गीय माता जी प्रकाशी देवी धीमान की स्मृति में लिखी है और उन्हीं को समर्पित है। उन्होंने कहा कि साहित्य का समाज के विकास तथा एकजुटता में बड़ा योगदान होता है।
विमोचन समारोह में सभी वक्ताओं ने समाज की कुरीतियों को दूर करने का आह्वान किया तथा सरकार से भगवान विश्वकर्मा के नाम पर तकनीकी विश्वविद्यालय बनाने तथा गाजियाबाद का नाम विश्वकर्मा नगर रखने की मांग की।
जय श्री विश्वकर्मा भगवान की