मुगलों से लड़कर बलिदान होने वाले मकड़ा सुथार का पत्नी सहित बना मन्दिर

Spread the love

बाड़मेर। कभी मुगलों से लड़कर बलिदान देने वाले मकड़ा सुथार का पत्नी सहित मन्दिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। मकड़ा सुथार को सुथार समाज का गौरव मानते हुये उनके नाम का मन्दिर तैयार हुआ और उसमें उनकी दोनों पत्नियों के साथ मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। यह विश्वकर्मावंशीय सुथार समाज के लिये ऐतिहासिक पल है। इतना ही नहीं मकड़ा सुथार के बारे में जो बताया जा रहा है वह विश्व के इतिहास की अनोखी घटना है।


कौन थे मकड़ा सुथार—
बताया जाता है कि लगभग चार सौ वर्ष पूर्व सिवाना, बाड़मेर के राजा काबुल में मुगलों से युद्ध करते हुये शहीद हो गए। मकड़ा सुथार, सिवाना ठाकुर के घनिष्ठ मित्र थे। ठाकुर साहब के बलिदान के बाद जब मकड़ा सुथार ठाकुर साहब की पाग (पगड़ी) लेकर रानी साहिबा के समक्ष उपस्थित हुए और कहा की ठाकुर साहब इस धरती की आन—बान—शान के काम आ गए, तो रानी साहिबा ने उन्हें असहज—असहज ताने मारे। अपने मित्र के बलिदान की व्यथा मकड़ा सुथार सहन नहीं कर पाये और उन्होंने आत्म जौहर का प्रण किया। मकड़ा सुथार ने दो विवाह किया था। उनके प्रण के बारे में जानकर उनकी दोनों पत्नियों ने अपने पति व मातृभूमि की आन—बान—शान की लाज रखने के लिये उनके साथ जौहर को तैयार हो गई। बोली कि जब आप अपने मित्र के लिए आत्म बलिदान दे रहे हैं तो हम दोनों भी आपके साथ आत्म बलिदान देंगे। मकड़ा सुथार व उनकी दोनों पत्नियों ने रणभूमि में वीरता का परिचय देते हुये वीरगति को प्राप्त हो गये। मुग़लकाल में यह एक अनोखी घटना घटित हुई।


इन तीनों बलिदानियों के भव्य मन्दिर का निर्माण व मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 16 जून, 2018 को मकड़ा सुथार के गांव गढ़ (सिवाना, जिला बाड़मेर) में सम्पन्न हुई। मकड़ा सुथार का मन्दिर बनाने की पहल सिवाना के रहने वाले 75 वर्षीय जीवराज सुथार (सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी) ने किया। मन्दिर की पूरी लागत 50 लाख रूपये से भी ज्यादा है। यह पैसा मकड़ा सुथार की गोत्र बुढड़ परिवार वालों ने इकट्ठा किया। उनकी पीढ़ी के लोग भिन्न—भिन्न 14 गांवों में रहते है जो करीब 50 घर होंगे। गोत्र के सभी लोगों ने अपने पूर्वज का मन्दिर बनाने में सहयोग किया। सभी को उनके बलिदान पर गर्व है। मकड़ा सुथार के जौहर की गाथा का बखान कर उनका मन्दिर बनाया जाना भावी पीढ़ी के लिये बहुत ही प्रेरणादायी है।


मन्दिर के लोकार्पण व प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर एक समारोह भी आयोजित हुआ जिसमें हजारों की संख्या में लोग उपस्थित हुये। समारोह में अतिथि के रूप में सिवाना विधायक हमीर सिंह भायल, यूथ पार्लियामेन्ट की चेयरपर्सन पार्वती जांगिड़ सहित कई अतिथि के रूप में दर्जनों गणमान्य उपस्थित रहे। इस मौके पर बड़ी तादात में सुथार समाज के लोग व सन्तगण भी एकत्रित कार्यक्रम में सम्मिलित हुये।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: