श्री विश्वकर्मा धीमान सेवा संघ ने विश्वकर्मा समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को किया पुरस्कृत

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मुजफ्फरनगर। श्री विश्वकर्मा धीमान सेवा संघ द्वारा आयोजित विश्वकर्मा समाज के मेधावी छात्र-छात्रा अलंकरण समारोह में वर्ष 2019 में सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इण्टरमीडिएट में प्रथम श्रेणी प्राप्त करने वाले 208 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। उसी दिन डॉक्यूमेंट देने वाले 19 मेधावियों को भी सम्मानित कर दिया गया। देहरादून जोन के श्रम प्रर्वतन अधिकारी डाॅ0 नीरज मोहन ने कहा कि शिक्षक का सही मार्गदर्शन लक्ष्य प्राप्ति का माध्यम है। माता-पिता की आज्ञा का पालन से जीवन में सफलता की ऊंचाईयां मिलती हैं।


रूड़की रोड़ स्थित दीपक पैलेस में 15 सितम्बर को आयोजित समारोह में विश्वकर्मा समाज के पुरस्कृत मेधावियों में इण्टरमीडिएट से वासू धीमान, श्रुति धीमान, अमन सिंह, अपूर्वा, राहुल, निशा, मिनाक्षी, अनमोल, मुस्कान, हिमांशु, उज्जवल, लक्ष्मी, चिराग, हर्ष, मोहित, दिव्यांशी धीमान, हर्षवर्धन, अभिनव पांचाल, वंशीका, अदिति, अवनीश, हिमानी, वर्षा, गीतांजली, बलराम पांचाल आदि शामिल रहें।


हाईस्कूल से यूपी बोर्ड के जिला टाॅपर जयंत आर्य, गायत्री धीमान, अखिल, कार्तिक विश्वकर्मा, निशांत, अजय, आदि, अभिषेक, दीव्यांशु प्रताप, प्राची, मानसी, वैभव, उमा, आयूष, निकिता, स्वाती, सोनिया, विक्रांत, मणिका, मानसी, रिया, तनु, मुकुल, गुरुप्रीत कौर, आर्यन, भूमिका, हर्ष, हेमंत आर्य, आदि को अतिथियों ने प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिह्न और शिक्षा ऋषि वीतराग स्वामी कल्याण देव का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया।


मुख्य अतिथि डाॅ0 नीरज मोहन ने कहा कि वि़द्यार्थी जीवन में माता-पिता और गुरु का सदैव सम्मान करें, क्योंकि उन्हीं के दिखाये रास्ते से आपको कामयाबी की ऊंचाईयां मिलती है। कैरियर में सफलता के लिए वही विषय पढ़े, जिसमें आपकी रूचि है। मेहनत और लगन से पढ़ना चाहिए। मेधावी सिविल सर्विसेज की तैयारी का लक्ष्य रखें।


विशिष्ठ अतिथि जिला कृषि रक्षा अधिकारी पवन कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि दसवीं और बारहवीं के अध्ययन के समय ही कार्यक्षेत्र का चयन कर लेना चाहिए। सही जानकारी के अभाव में भी विद्यार्थी को लक्ष्य प्राप्ति में दिक्कते आती है। कला, वाणिज्य, विज्ञान आदि क्षेत्रों में अपार सम्भावनाएं हैं। यह आगे के कैरियर की शुरूआत है। बेटियों को उच्च शिक्षित बनाने में संकोच न करें। परिवार का सहयोग और मनोबल बढ़ाना भी कठिन लक्ष्य पाने में महत्वपूर्ण है। अभिभावक जबरदस्ती बच्चों पर अपनी इच्छा नहीं थोपें। माता-पिता बच्चों को समय दें। पूरे मनोयोग के साथ किया गया कर्म अवश्य सफल होता है।


वैदिक संस्कार चेतना अभियान संयोजक आचार्य गुरुदत्त आर्य ने कहा कि संस्कारयुक्त शिक्षा से ही समाज में परिवर्तन आयेगा। विद्यार्थी नैतिक मूल्यों और सदाचरण के पथ को नहीं भूलें। बिजनौर के जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी यज्ञदत्त आर्य, दिल्ली से आये वरिष्ठ समाजसेवी दिनेश वत्स विश्वकर्मा, आर्य कन्या इंटर काॅलिज की प्रधानाचार्या अंजू धीमान, जीआईसी के पूर्व प्राचार्य रमेश चंद, बिशम्बर सिंह पांचाल, विहिप के राधेश्याम विश्वकर्मा, शांता प्रकाश शास्त्री, ओमसिंह धीमान आदि ने भी अपने विचार रखें।


संघ के अध्यक्ष निर्मल सिंह धीमान, सरदार बलविन्दर सिंह, सुलक्खन सिंह नामधारी, सेवाराम धीमान, बिजेन्द्र धीमान, नरेंद्र श्रंगी, सतीश धीमान, प्रमोद धीमान रोहाना ने अतिथियों का आभार जताया। पूरण सिंह जांगिड, देवदत्त धीमान, भूलेराम धीमान, शिवकुमार धीमान, इंद्रपाल धीमान, सतीश धीमान, कालूराम धीमान, महेंद्रदत्त धीमान, रमेश चंद धीमान, देवी चंद धीमान, नाथीराम धीमान, आदेश धीमान, आनंद धीमान, राजेश आर्य, तेलूराम धीमान, चंद्र प्रकाश, डाॅ0 सोमपाल विश्वकर्मा, जयदेव धीमान नकूड़, प्रमोद नजीबाबाद, पुरुषोत्तम, प्रेमचंद मंगलौर, सुंदरलाल, ओमप्रकाश धीमान, राजेश सिसौली, जनार्धन विश्वकर्मा, देशपाल पांचाल आदि मौजूद रहे। संचालन संघ के महामंत्री नरेश कुमार विश्वकर्मा ने किया।

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