राहुल लोहार की कम्पनी अफ्रीका से लेकर यूरोप तक एक्सपोर्ट कर रही एग्रीकल्चर मशीनरी

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मन्दसौर। जिनके हौसले बुलंद होते हैं, वह अक्सर बड़ी उड़ान से नहीं डरते। ऐसी ही कुछ कहानी है मन्दसौर के रहने वाले राहुल लोहार की। राहुल के डिजाइन किए हुए कृषि यन्त्र जैसे कल्टिवेटर, रोटावेटर, स्प्रे पंप और दूसरे एग्रिकल्चर इक्विपमेंट आज हिन्दुस्तान के साथ-साथ देश के बाहर भी एक्सपोर्ट हो रहे हैं। बता दें कि राहुल लोहार के पिता ओमप्रकाश लोहार कई सालों से एग्रीकल्चर मशीनरी के बिजनेस से जुड़े हुए थे। साल 2017 में मन्दसौर के एक निजी कॉलेज से मैकेनिकल में बीई की डिग्री करने के बाद राहुल ने गुजरात के अहमदाबाद जाकर अपने रिश्तेदार के यहां जॉब की शुरुआत की। इस दौरान आईआईएम अहमदाबाद ‌से इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का एक सर्टिफिकेट कोर्स किया। राहुल का नौकरी में दिल नहीं लगा तो मन्दसौर वापस आ गए और अपने पिताजी के बिजनेस को आगे बढ़ाने की ठानी।

अफ्रीका और यूरोप में कम्पनी कर रही एक्सपोर्ट-
राहुल को इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट के कोर्स से मदद मिली और एग्रीकल्चर मशीनरी के एक्सपोर्ट की कोशिशें शुरू कीं और साल 2018 में पहला एक्सपोर्ट ऑर्डर मिला। आज की तारीख में 7-8 देशों में कम्पनी एग्रीकल्चर मशीनरी एक्सपोर्ट करती है। इसमें अल्जीरिया और तंजानिया सरीखे कुछ अफ्रीकन देशों के अलावा यूरोपियन देशों में भी कम्पनी एक्सपोर्ट कर रही है। हाल ही में राहुल को इजिप्ट से आर्डर मिला है, जहां के लिए जल्दी ही रोटावेटर का कंसाइनमेंट रवाना किया जाएगा।
आज की तारीख में राहुल की कंपनी मुकेश एग्रो इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड 70 करोड़ से ज्यादा के टर्नओवर की है। सॉयल किंग के नाम से कम्पनी रोट्रिटिलर, रोटावेटर, हाइड्रोलिक रिवर्सिबल प्लाऊ, कल्टीवेटर, स्प्रे पम्प, लेवलर, सिडल और दूसरे इक्विपमेंट सप्लाई करती है। राहुल लोहार ने बताया कि जब वह अपने पिता के साथ बिजनेस में जुड़े थे तो कम्पनी सिर्फ हिन्दुस्तान के अलग-अलग राज्यों में एग्रीकल्चर इक्विपमेंट सप्लाई करती थी, राहुल ने इस बिजनेस को आगे बढ़ाने की सोची। इस ग्लोबल सोच ने कंपनी को आज आसमान पर पहुंचा दिया है। (साभार)

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