विश्वकर्मा समाज के बच्चे से शौचालय साफ कराने की आरोपी प्रधानाध्यापिका निलम्बित
फैजाबाद। जिले के सोहावल ब्लाक अन्तर्गत पिलखावां प्राथमिक विद्यालय में बच्चों से शौचालय साफ कराने की आरोपी प्रधानाध्यापिका शुचि पाण्डेय निलम्बित कर दी गई हैं। निलम्बित कर उन्हें खण्ड शिक्षा कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है। पिलखावां गांव के रामकुमार विश्वकर्मा ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे के साथ ही कई और बच्चों से पैसे का लालच देकर विद्यालय का शौचालय साफ कराया जाता है। शिकायत करने पर प्रधानाध्यापिका शुचि पाण्डेय ने बच्चों का नाम काटकर स्कूल से भगा दिया था।
मामले की जानकारी होने पर पूरे विश्वकर्मा समाज में आक्रोश फैल गया। लोगों ने जगह—जगह से अधिकारियों को फोन और ज्ञापन देना शुरू कर दिया। लखनऊ में भी एक बैठक हुई जिसमें आन्दोलन की रणनीति बनाते हुये विश्वकर्मा विकास एवं सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय संगठन सचिव दानकिशोर विश्वकर्मा की अगुआई में आन्दोलन करने का निर्णय लिया गया। उधर अभिभावक रामकुमार विश्वकर्मा के साथ ही अन्य अभिभावक भी प्रधानाध्यापिका पर कार्यवाही के लिये अड़े रहे जबकि उन्हें तोड़ने और शिकायत वापस लेने का बहुत दबाव विभागीय लोगों द्वारा बनाया गया। विश्वकर्मा सेवा संस्थान अयोध्या (फैजाबाद) के अध्यक्ष मनोज विश्वकर्मा, अनिल विश्वकर्मा, डा0 रमेश वर्मा, रंजीत शर्मा, महेश विश्वकर्मा आदि लोगों ने भी स्थानीय स्तर पर कार्यवाही हेतु पूरी कोशिश की। सभी ने पिलखावां पहुंचकर पूरी जानकारी ली और अभिभावकों को पूरा साथ देने का आश्वासन दिया था। अभिभावकों और गांव के लोगों की तटस्थ भूमिका भी बहुत कारगर रही। 24 जुलाई से आन्दोलन शुरू करने की चेतावनी के बीच 23 जुलाई को ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमिता सिंह ने प्रधानाध्यापिका के निलम्बन का फरमान जारी कर दिया।
उक्त प्रकरण से एक बात साफ हो गई कि किसी भी मामले में यदि समय से समाज के लोग एकजुट होकर संघर्ष और आन्दोलन का रास्ता अपनायें तो बड़े से बड़े मामले में भी सफलता मिल सकती है। उपरोक्त प्रकरण स्थानीय मीडिया में आने के बाद ‘विश्वकर्मा किरण’ ने भी इसे प्रमुखता से उठाया था जिसका नतीजा रहा कि विश्वकर्मा समाज ने प्रकरण को गम्भीरता से लिया और सफलता हाथ लगी।