गोरखपुर के कृष्णकांत विश्वकर्मा ने पास की पीसीएस परीक्षा, बने एसडीएम
गोरखपुर। जिले के जंगल कौड़िया ब्लॉक क्षेत्र के डोहरिया बाजार के मजनू चौराहा निवासी कृष्णकांत विश्वकर्मा ने अपने तीसरे प्रयास में पीसीएस परीक्षा पास करने में सफलता प्राप्त की है। 21वीं रैंक प्राप्त करने वाले कृष्णकांत एसडीएम पद पर चयनित हुये हैं। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने 23 जनवरी की शाम को राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा-2023 का अंतिम चयन परिणाम जारी किया। जारी सूची में गोरखपुर के कृष्णकांत विश्वकर्मा ने 21वीं रैंक हासिल किया है।
कृष्णकांत 2019 से ही दिल्ली के मुखर्जीनगर में रहकर तैयारी कर रहे थे। परिणाम आने के बाद घर में खुशी का माहौल बन गया। इसके पहले कृष्णकांत ने दो बार परीक्षा दी थी लेकिन उसमें सफलता हाथ नहीं लगी। तीसरे प्रयास में प्रीलिम्स निकला तो साथ ही मेंस और साक्षात्कार में भी क्वालीफाई कर गए। कृष्णकांत के पिता बिहारी लाल विश्वकर्मा पेशे से प्लम्बर हैं और ठेके पर नल की बोरिंग कराने का कार्य करते हैं। 2014 में मां का देहांत हो गया। तीन भाइयों में कृष्णकांत सबसे छोटे हैं। कृष्णकांत की रुचि शुरू से ही सिविल सेवा में जाने का था। यूपीएससी की भी परीक्षा दी थी लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली। आगे भविष्य में भी यूपीएससी के लिए प्रयास करते रहेंगे।
कृष्णकांत शुरू से मेधावी रहे, तीन भाइयों में सबसे छोटे कृष्णकांत ने प्रारंभिक शिक्षा गोरखपुर के डीएवी इंटर कॉलेज से प्राप्त की। 2020 में गोरखपुर विश्वविद्यालय से हिंदी विषय से एमए किया और अपने बैच में टॉपर थे। उन्हें दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्वर्ण पदक भी मिला था। इसके बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी दिल्ली में रहकर की। कृष्णकांत अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता को देना चाहते हैं, उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं है। उन्हें भी उनके त्याग का श्रेय दिया। कृष्णकांत के दो भाई कारपेंटर का अपना पारंपरिक व्यवसाय करते हैं।
कृष्णकांत विश्वकर्मा की इस सफलता पर परिवार व नातेदारों में हर्ष व्याप्त है। बधाई देने वालों का तांता लगा है। इसी क्रम में दिल्ली के मुखर्जी नगर में मौजूद कृष्णकांत विश्वकर्मा को बधाई देने के लिये दिल्ली शहर से भी लोग पहुंचे। वरिष्ठ समाजसेवी वेदप्रकाश शर्मा ने भी मुखर्जी नगर पहुंच कर कृष्णकांत को बुकें देकर बधाई दिया।
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