जांगिड समाज गांधीधाम का 46वां वार्षिकोत्सव सम्पन्न, प्रस्तावित भवन का हुआ शिलान्यास

गांधीधाम। देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा जयन्ती के अवसर पर जांगिड़ समाज गांधीधाम का 46वां वार्षिकोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया गया। इसी के साथ ही बहुप्रतीक्षित जांगिड़ समाज गांधीधाम के भवन का भी शिलान्यास कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। बीते माह 25 फरवरी को भगवान विश्वकर्मा जयन्ती और वार्षिकोत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में हरवर्ष की भांति जयंती की पूर्व संध्या पर भजन संध्या का आयोजन एवं प्रात: वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञादि कार्य सम्पन्न हुआ।
तत्पश्चात “जांगिड समाज गांधीधाम” के प्रस्तावित भवन का शिलान्यास पूरे विधि-विधान से भामाशाह भंवरलाल कुलरिया मुंबई, भामाशाह डॉ0 मुकेश जांगिड़ बेंगलुरु, भामाशाह एवं महासभा प्रधान नेमीचंद जांगिड़ गांधीधाम एवं जांगिड़ समाज गांधीधाम के अध्यक्ष गुरुदत्त शर्मा के शुभ हाथों समाजजनों की उपस्थिति में किया गया।
प्रातः 10:30 बजे कार्यक्रम स्थल वैदिक संस्कार केंद्र पर वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन अतिथियों के हाथों ध्वजारोहण के बाद सर्वप्रथम भगवान विश्वकर्मा की पूजा-अर्चना, आरती तथा समाज की बालाओं द्वारा ईश वंदना के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा गुजरात के अध्यक्ष मोहनलाल जांगिड़ ने की।
सम्मानित अतिथि के रूप में जांगिड़ समाज के गौरव, अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व प्रसिद्ध भामाशाह नेमीचंद जांगिड़ गांधीधाम, महासभा के मुख्य संरक्षक व भामाशाह भंवरलाल कुलरिया (सीलवा) मुम्बई, जांगिड़ समाज बेंगलुरु के अध्यक्ष एवं भामाशाह डॉ0 मुकेश जांगिड़, महासभा के कोषाध्यक्ष सोमदत्त जांगिड़ दिल्ली, वरिष्ठ समाजसेवी छगनलाल गूगरिया दिल्ली, नरेश दम्मीवाल जोधपुर, प्रदेश उपाध्यक्ष विजयराज जांगिड़, विश्वकर्मा गौरव पत्रिका के सम्पादक गीतेश जांगिड़ के साथ ही समाज के स्थानीय अधिकारी वर्ग से पुलिस अधिकारी मुकेश सुथार, डॉ रमेश जांगिड़ उपस्थित रहे।
महिला विशिष्ट अतिथियों के रूप में दुर्गा देवी शर्मा, सुमन शर्मा, अंजलि जांगिड़ एवं विमलादेवी शर्मा उपस्थित रहीं। इसके साथ ही संस्था के परामर्शदाता इंद्राराम कुलरिया, शंकरलाल जांगिड़, चंद्रप्रकाश शर्मा, रामेश्वरलाल जांगिड़, दुर्गाराम कुलरिया ने भी उपस्थित होकर मंच की शोभा बढ़ाई।
मंचस्थ अतिथियों का ट्रस्ट अध्यक्ष गुरुदत्त जांगिड़, मंत्री हरिराम शर्मा, संगठन मंत्री नारायण जांगिड़, ट्रस्टी सर्वश्री नरोत्तम जांगिड, शांतिलाल, कानाराम एच0, कानाराम एस0, दुर्गाराम एम0, हस्तीमल, घेवरचंद, विशम्भर दयाल एवं जांगिड़ ब्राह्मण समाज ट्रस्ट के सभी सदस्यगण, महिला मंडल व युवा मंडल अध्यक्ष सुजाराम, पूर्व अध्यक्ष राजेश द्वारा समाज के सैकड़ों पुरूषों व महिलाओं की मौजूदगी में समारोह में पधारे हुए अतिथियों का बहुमान साफ़ा, शॉल व मोमेंटो देकर किया गया।
ट्रस्ट अध्यक्ष गुरुदत्त शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन के साथ-साथ संस्था का वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन, सरस्वती सम्मान व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने गांधीधाम में “समाज भवन” की आवश्यकता व उपयोगिता के विषय में बताते हुए अतिथियों के हाथों हुए भवन शिलान्यास व उनके द्वारा भवन निर्माण के लिए घोषित अति महत्वपूर्ण योगदान के लिए संस्था की ओर से धन्यवाद व्यक्त किया।
उन्होंने उल्लेख किया कि गांधीधाम शहर पिछले कई वर्षों से टिम्बर, प्लायवुड व सनमायका आदि ऐसे कई उत्पादों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़े बाज़ार के रूप में उभर कर सामने आया है, जिसका हमारे समाज के अधिकतर व्यवसायियों का प्रतिदिन का सम्बन्ध है। गांधीधाम समाज ट्रस्ट की ओर से स्व0 भगवानदत्त जांगिड़ की स्मृति में पिछले 19 वर्षों से दिया जाने वाला 19वां “जांगिड गौरव पुरस्कार” इस बार समाज के जाने-माने उद्योगपति व भामाशाह, वरिष्ठ समाजसेवी, बेंगलुरु निवासी डॉ0 मुकेश जांगिड़ को भेंट किया गया।
इस अवसर पर अपने मनोभाव व्यक्त करते हुए डॉ0 मुकेश जांगिड़ ने इस भव्य समारोह की सराहना करते हुए कहा कि, आपने जो मेरा सम्मान “जांगिड गौरव पुरस्कार” से किया है इसके लिए मैं संस्था का हृदयपूर्वक आभार प्रकट करता हूं। मुख्य अतिथि नेमीचंद जांगिड़ ने अपने उद्बोधन में भंवरलाल कुलरिया व डॉ0 मुकेश जांगिड़ व बाहर से पधारे मेहमानों का गांधीधाम पधारने पर आभार प्रकट करते हुये स्वागत किया। उन्होंने हाल ही में सम्पन्न हुए महासभा प्रधान चुनाव व कार्यकारिणी शपथ समारोह की सफलता व समाज की ओर से मिले सहयोग के लिए उपस्थित महानुभावों व कार्यकर्ताओं को धन्यवाद प्रेषित किया।
भामाशाह भंवरलाल कुलरिया ने कहा कि 2013 में जब मैं यहाँ मेरे पूज्य पिता ब्रह्मलीन संत दुलाराम जी कुलरिया को दिए गए इसी “जांगिड गौरव पुरस्कार” को ग्रहण करने यहाँ आया था, तब मेरी प्रबल इच्छा थी कि यहाँ की संस्था को हमारे परिवार की ओर से कुछ सहयोगी बनूं। मेरी इच्छा अब फलीभूत हुई है। बहुत ही सकारात्मक विचारों से परिपूर्ण कार्यकर्ताओं वाली इस संस्था में सहयोग देकर मुझे अति प्रसन्नता हुई।
प्रदेशसभा अध्यक्ष मोहनलाल जांगिड़ ने सभा को संबोधित करते हुए समाजसेवा व संगठन से जुड़े विषय पर बोलते हुए कहा कि “साथ मिलकर काम करने का नाम ही संगठन है”, संगठन का उद्देश्य समाज के आम आदमी को जोड़कर उसे ख़ास बनाना होता है। लोगों को संगठन से जोड़ने का प्रथम कदम है व्यवहार, व्यवहार से लोगों को प्रभावित करने तथा सृजनात्मक व्यवहार को प्रोत्साहित व पुरस्कृत करने से संगठन मज़बूत बनता है।
उन्होंने कहा कि सभी सदस्यों को अपने सकारात्मक विचारों को अभिव्यक्त करते रहना चाहिए, जिससे साथ मिलकर कार्य करने का लाभ संस्था को मिलता रहे। संगठन में आपसी विश्वास खड़ा करना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए, इससे संस्था के कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास का निर्माण होता है। कार्यकर्ताओं को संगठन में कार्य करने का आनंद लेते रहना चाहिए, कार्य में आनंद से स्वअनुशासन का निर्माण होता है। अपनी बात को विस्तार देते हुए उन्होंने कहा कि संगठन के सदस्य सफलता का उत्सव अवश्य मनाएं और असफलता का भी मूल्यांकन करें, ताकि भूलों का पुनरावर्तन न हो। हम हमेशा उत्साही लोगों के साथ रहें व संगठन के लिए नकारात्मक बातें करने वालों से पर्याप्त दूरी बनाकर रखें। यही संगठन की सफलता का मूल मंत्र है।
जांगिड ब्राह्मण समाज समिति ट्रस्ट गांधीधाम द्वारा प्रस्तावित “समाज भवन” जिसकी आधारशिला अतिथियों के हाथों रखी गई है, उसके निर्माण में सहयोग के रूप में सम्मानित अतिथियों, महासभा प्रधान व स्थानीय समाजबंधुओं द्वारा बढ़चढ़कर योगदान की घोषणाएं की गई जिसमें लगभग 80 लाख रुपए आर्थिक सहयोग प्राप्त हुआ। तदर्थ सभी दानदाताओं का धन्यवाद करते हुए पुष्पहार से हार्दिक अभिनंदन किया गया।
इस गरिमामय कार्यक्रम का संचालन उद्घोषक तिलोक एस0 सुथार बाड़मेर ने बहुत ही जोश व उत्साह के साथ किया।
जय श्री विश्वकर्मा
जय श्री परशुराम