कुष्ठ आश्रम में फल वितरित कर मनाया डा0 शशिकान्त शर्मा का जन्मदिन
रायबरेली। मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है, और जब यह सेवा कुष्ठ आश्रम जैसे जगहों पर की जाय तो सेवा का वजूद और बढ़ जाता है। रायबरेली जिले का नामचीन संस्थान है ‘न्यू स्टैण्डर्ड ग्रुप आफ इन्स्टीच्यूट।’ इस इन्स्टीच्यूट की नीव रखी थी डा0 शशिकान्त शर्मा ने जो आज ऊंचाइयों पर है। संस्थान के संस्थापक/चेयरमैन डा0 शशिकान्त शर्मा चाहें तो कोई भी प्रोग्राम बड़े से बड़े होटल में कर सकते हैं। परन्तु उन्होंने मानवता की जो मिशाल पेश की है, अनुकरणीय है।
एक अगस्त को उनका जन्मदिन था। जहां संस्थान के लोगों ने उनका जन्मदिन हर्षोल्लास से मनाया वहीं डा0 शशिकान्त शर्मा ने स्वयं परिवार और संस्थान के कुछ सदस्यों के साथ रायबरेली के कुष्ठ आश्रम में पहुंचकर कुष्ठ रोगियों के बीच फल वितरित कर अपना जन्मदिन मनाया। कुष्ठ आश्रम में तमाम पुरूष, महिला व बच्चे अपने बीच डा0 शशिकान्त शर्मा जैसे नेकदिल इन्सान को पाकर काफी खुश नजर आये।
डा0 शशिकान्त शर्मा का समाज के प्रति सहयोग और समर्पण किसी से छिपा नहीं है और न ही वह पहचान के मोहताज हैं। उन्होंने अपने परिश्रम से इतना बड़ा संस्थान खड़ा किया है जिसमें कई हजार बच्चे अपना भविष्य सुधार रहे हैं। एलकेजी से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट व बीएड, बीटीसी जैसे कोर्स भी संस्थान में सम्मिलित हैं। इन संस्थानों में पढ़ने वाले कई ऐसे भी छात्र हैं जिनकी फीस डा0 शर्मा अपने पास से जमा करते हैं। वह अपना जन्मदिन उन लोगों के बीच मनाते हैं जो समाज की धारा से कटे हुये हैं। उनकी मानवता के सभी कायल हैं।
‘विश्वकर्मा किरण’ पत्रिका परिवार डा0 शशिकान्त शर्मा के दीर्घायु की कामना करता है।