आपकी कलम से

आपकी कलम से

अमर उवाच- बिहार चुनाव और विश्वकर्मा समाज

अमरनाथ शर्मा, पटना- चुनावी वर्ष में "भगवान विश्वकर्मा" विकास के प्रतीक बन गए हैं। भाजपा तंत्र मोदी को आधुनिक विश्वकर्मा...

भारत हिन्दी है– शम्भुनाथ मिस्त्री

गाँधी जी का 4 फरवरी 1916 को मालवीय जी के हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के समारोह में दिया गया वह भाषण...

17 सितम्बर के पावन दिवस पर भगवान विश्वकर्मा की संक्षिप्त आराधना कैसे करें?

विश्वकर्मा पूजा कन्या संक्रांति के दिन दिनांक 17 सितंबर को प्रति वर्ष मनाया जाता है। विश्वकर्मा भगवान सृष्टि के निर्माता...

अपने कुल के ऋण से उऋण होने का एक ही मार्ग उसकी प्रगति में सहायक होना- डॉ0 डीआर विश्वकर्मा

शास्त्रों के अनुसार व्यक्ति जब संसार में आता है तो वह अपने ऊपर कुल तीन ऋण लेकर आता है। पहला...

डॉ0 भीमराव आम्बेडकर एवं लोकतंत्र सहभागिता

डॉ0 भीमराव आम्बेडकर का जन्म अस्पश्र्य परिवार में होने के कारण कई जगह उन्हें छुआछूत का भेद भाव का सामना...

भारत को चाहिए एक और आम्बेडकर- प्रो0 अनिल कुमार विश्वकर्मा

अतुल्य भारत के अतुलनीय व्यक्तित्व भारत रत्न ज्ञान के प्रतीक एवं बोधिसत्व बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर का जीवन बहुत ही...

सशक्त लोकतंत्र के निर्माण के लिए मतदान आवश्यक- गोविन्द जांगिड़

मतदान नागरिक का अधिकार है, साथ ही यह एक कर्तव्य भी है। मतदान के माध्यम से हम अपने देश के...

कविता- शाकाहारी ही क्यों बनना?

शाकाहारी क्यों बनना, आओ तुम्हें बताएं। शाकाहार अति उत्तम, खाएं और खिलाएं।। दूध दही फल हरी सब्जियाँ, भोजन में अपनायें,...

सकल सृष्टि के कर्ता – भगवान श्री विश्वकर्मा

वैदिक साहित्य ने सृष्टि के कर्ता भगवान विश्वकर्मा को माना है। इनके अनेक रूप बताए जाते हैं- दो बाहु वाले,...

संस्कृति और समृद्धि की अमूल्य निधि है हिंदी!

हिंदी दिवस पर विशेष आलेख लेखक- दिनेश कुमार गौड़ जब हम हिंदी की बात करते हैं तो निश्चय ही हमारा...