अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण कल्याण समिति की विभिन्न राज्यों की कार्यकारणीयों की बैठक सम्पन्न
दिल्ली (भारत रेघाटे)। पूर्व निर्धारित एजेंडा के अनुसार अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण कल्याण समिति की साधारण सभा व विभिन्न राज्यों की कार्यकारणियों की एक अति आवश्यक बैठक भगवान विश्वकर्मा मंदिर पहाड़गंज नई दिल्ली में बुलाई गई। बैठक की शुरुआत भगवान विश्वकर्मा की पूजा आरती के बाद प्रारम्भ की गई। सर्वप्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित संतोष आचार्य द्वारा सामूहिक रूप से गायत्री मंत्र का जाप करते हुए बैठक की शुरुआत की गई तथा विमान दुर्घटना में शहीद हुए सीडीएस विपिन रावत व अन्य सेना के अधिकारीयों को मौन श्रद्धांजलि सभी के द्वारा दी गई। बैठक का कोरम पूरा होने पर साधारण सभा ने सर्वसम्मति से नवीन राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चयन किया जिसका सभी ने तालियों एवं बधाई के साथ स्वागत किया।
तत्पश्चात् नवीन राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने बैठक में सर्वसम्मति से निम्नलिखित कार्यों को पूरा करने की योजना बनाई गई-
1-अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण कल्याण समिति का सम्पूर्ण भारत में चार जोन पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण में विभाजित कर 30-45 दिनों में प्रत्येक जोन में आठ सदस्यीय कमेटीयों का गठन करना।
2-काशी में आयोजित की जाने वाली “विश्वकर्मा वैदिक ब्राह्मण महासभा” की रुपरेखा, आयोजन समिति द्वारा 30-45 दिनों में तैयार करना।
3-अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण कल्याण समिति का नाम “अखंड विश्वकर्मा ब्राह्मण महासंघ/महासभा किया जाना।
4-समस्त विश्वकर्मा जातियों को ‘विश्वकर्मा वैदिक ब्राह्मण ‘जाति के रूप अपिव आयोग में अंकित कराए जाने के लिए प्रयास करना।
उपरोक्त के बाद राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा उपस्थित अतिथियों एवं पदाधिकारियों को पुष्पमाला, साल, पुस्तकें, कैलेंडर आदि भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी को प्रसाद, नास्ता व भोजन कराया गया। प्रश्नकाल के उपरांत राष्ट्रीय अध्यक्ष का सत्य सनातन हिन्दू धर्म के उत्थान के लिए एवं भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए जोशपूर्ण सम्बोधन हुआ। अंत में दिल्ली कार्यकारिणी के प्रदेश अध्यक्ष पंडित देवेंद्र शर्मा द्वारा सभी का आभार प्रकट करते हुये संस्था के उद्देश्यों को पूर्ण करने का सभी को आश्वासन देते हुए बड़ी विनम्रता व सामूहिक गायत्रीमंत्र के साथ समापन किया गया।
पंडित संतोष आचार्य, पं. शिवशंकर, पं. विवेक आचार्य, पं. पुष्पेंद्र शर्मा ‘उपमन्यु’, पं. सुनील शर्मा ‘पारासर’, पं. बालकृष्ण, पं. गोपाल शर्मा ‘पांचाल’, पं. धर्मेंद्र शर्मा, पं. प्रभाँशु शर्मा, पं. राकेश विश्वकर्मा, पं. देवेंद्र शर्मा, पं. घनश्याम शर्मा, छोटेदास जी महाराज, पं. घनश्याम जी महाराज व अन्य पदाधिकारी व अतिथिगण बैठक में उपस्थित थे।