सउदी में फंसे राकेश खाती की रिहाई के लिये आप सबकी मदद की दरकार
चुरू। राजस्थान के चुरू जिले के निवासी राकेश कुमार खाती की सउदी से रिहाई के लिये भामाशाहों व समाज के लोगों के मदद की दरकार है। 15 अप्रैल, 2015 से सउदी अरब की जेल में कैद राकेश की रिहाई के लिये 3 लाख रियाल (करीब 55 लाख भारतीय रूपया) की जरूरत है। राणासर गांव निवासी राकेश कुमार खाती 10 जून, 2014 को अपनी जीविका के लिये सउदी गया। उसे क्या पता था कि यह यात्रा उसे इतनी परेशानी में डाल देगी, वह तो अपने परिवार के भले के लिये ही सउदी गया था। सउदी में दौरान ड्यूटी वाहन चलाते समय एक सड़क दुर्घटना हो गई जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। इस आरोप में सउदी पुलिस ने राकेश को गिरफ्तार कर लिया। वह 15 अप्रैल, 2015 से ही वहां की जेल में बंद है। सउदी अरब की अदालत ने दण्ड के रूप में 3 लाख रियाल की सजा सुनाई है। यदि यह रकम जमा करा दी जाती है तो राकेश कुमार खाती अपने हंसते—खेलते परिवार में नजर आयेगा।
राकेश के परिवार की मौजूदा स्थिति बहुत ही दयनीय है। सदमें के चलते राकेश के पिता हनुमान खाती का स्वर्गवास हो चुका है। इस समय उनके परिवार में माता पाना देवी, धर्मपत्नी बबिता देवी, पुत्र रोबिन व पुत्री गुनगुन है। परिवार के सभी सदस्यों की सुबह—शाम राकेश की चिन्ता में ही बीत जाती है। घर में कमाऊ सदस्य न होने से बहुत ही दयनीय स्थिति है। परिवार व सामाजिक लोगों ने भारत सरकार व विदेश मन्त्रालय भारत से भी गुहार लगाई परन्तु सफलता नहीं मिली। अब तो सिर्फ एक ही उपाय है, समाज के सभी लोग यथासम्भव आर्थिक सहयोग करें जिससे सजा की राशि जमा कराई जा सके। कुछ लोगों ने कदम आगे बढ़ाया है और रूपया जुटना शुरू हो गया है।
युवा समाजसेवी चिराग जांगिड़ खूड़ ने भी ‘विश्वकर्मा किरण’ पत्रिका के माध्यम से लोगों से सहयोग की अपील किया है। ‘विश्वकर्मा किरण’ पत्रिका परिवार भी लोगों से अपील करता है कि राकेश कुमार खाती की रिहाई के लिये यथासम्भव आर्थिक सहयोग करें।
अधिक जानकारी और सहयोग के लिये—
नीचे दिये गये फेसबुक लिंक को क्लिक कर जानें राकेश कुमार खाती के परिवार का दर्द—
https://www.facebook.com/nickey2dilsaan/videos/1889777067745335/
Pray to sudhma swraj