अधिकार और भागीदारी के लिए देशव्यापी साझा गठबंधन बनाएगा विश्वकर्मा समाज- अशोक
सोनभद्र। ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी अधिकार, स्वाभिमान और भागीदारी आंदोलन से विश्वकर्मा समाज को जोड़ने के लिए संपर्क अभियान यात्रा के अन्तर्गत राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा अपने सहयोगियों के साथ सोनांचल के विभिन्न जनपदों और क्षेत्रों का व्यापक दौरा कर समाज के लोगों से संपर्क एवं चिंतन बैठकों का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत अनपरा, डिबुलगंज स्थित राम लखन इंटर कॉलेज में डॉक्टर धर्मेन्द्र विश्वकर्मा के संयोजकत्व तथा अमलोरी मध्यप्रदेश में रविकांत विश्वकर्मा के संयोजकत्व में बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आजादी के बाद आज भी समाज भेदभाव, उपेक्षा और विषमताओं का शिकार होकर अपने अधिकारों से वंचित तथा शोषित है। सभी राजनैतिक दलों ने इस समाज को धोखा दिया है। समाज के लोग विभिन्न राजनीतिक दलों में पार्टी की नीतियों और विचारों की गुलामी कर रहे हैं और वह सिर्फ पार्टी हित में काम कर रहे हैं, ऐसे लोगों से समाज में अविश्वास और निराशा है। राजनैतिक पार्टियां समाज के नेताओं का चुनाव में वोट साधने के लिए मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रही हैं। मौजूदा सरकार अति पिछड़े और कमजोर समाज के लोगो का राजनैतिक हत्या कर रही है। यह समाज राजनैतिक भागीदारी में अल्पसंख्यक है तथा सर्वाधिक उत्पीड़न और अन्याय का शिकार है। सरकार विश्वकर्मा पूजा पर्व के अवकाश को रद्द कर तथा बिहार में लोहार को लोहरा के रूप में राजाज्ञा में दर्ज कर इस समाज का अपमान कर रही है जिससे समाज के लोग अपने सामाजिक अस्तित्व पहचान अधिकार और भागीदारी की लड़ाई लड़ने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा अपने अधिकार और भागीदारी को हासिल करने के लिए देशभर में विश्वकर्मा समाज के प्रतिनिधित्व वाले संगठनों का साझा गठबंधन तैयार किया जाएगा और आगामी चुनाव में अपने उम्मीदवार उतार कर उपेक्षा और धोखा देने वाली राजनैतिक पार्टियों को जवाब दिया जाएगा।
कार्यक्रम में प्रमुख रुप से बचाऊ लाल विश्वकर्मा, श्रीकांत विश्वकर्मा, डॉक्टर प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, रमेश कुमार विश्वकर्मा, मोहित विश्वकर्मा, रविकांत विश्वकर्मा अमलोरी, नागेन्द्र विश्वकर्मा, अनिल विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, रोशन विश्वकर्मा, राम लखन विश्वकर्मा, प्रवीण विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे।