स्वर्ण से सुसज्जित होगी डाकोर मन्दिर में स्थापित भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति
डाकोर। गुजरात प्रदेश का प्रसिद्ध विश्वकर्मा मन्दिर डाकोर की कार्यकारिणी की वार्षिक सामान्य सभा अमावस्या के अवसर पर सम्पन्न हुई। विश्वकर्मा मन्दिर ट्रस्ट डाकोर की वार्षिक सामान्य सभा में पूरे वर्ष के कार्यकाल का लेखाजोखा की चर्चा हुई और हिसाब पारित किये गये। नये साल का बजट पारित किया गया और मन्दिर के कार्य विकास के लिए योजनाएं घोषित की गई। बीते एक साल में मन्दिर के लिये किए गए कार्यों को सभी संस्था के सदस्यों और दूर—दूर से आए सामाजिक बन्धुओं के सामने रखा गया जिसे सबने सराहा।
संस्था की तरफ से समाज के बच्चों को सम्मानित किया गया। शैक्षणिक परीक्षा में उत्तीर्ण योग्यता के आधार पर पुरस्कार वितरण में स्कूल बैग के साथ ही स्टेशनरी व अन्य सामान तथा बच्चों को शील्ड और संस्था के नाम से सर्टिफिकेट देकर उन्हें सम्मानित किया गया। संस्था प्रत्येक वर्ष इस तरह के कार्य से बच्चों को प्रोत्साहित करती है।
संस्था की सभा में उपस्थित रहने वाले सभी कमेटी मेम्बर और कार्यकर्ताओं और समाज सेवी मेहमानों को मोमेंटो शील्ड और गिफ्ट देकर सम्मानित किया गया। संस्था के विकास के लिए दान-भेंट से सहभागी बनने वाले सभी समाजसेवी को सम्मानित किया गया। इस मौके पर संस्था की बिल्डिंग में लगवाई गई पैसेन्जर लिफ्ट का भी उद्धाटन किया गया। संस्थान में तकरीबन 100 कमरे हैं। प्रथम और द्वितीय मंजिल पर अटैच्ड वॉशरूम और कई एयरकंडीशन कमरों का इस्तेमाल पैसेन्जर लिफ्ट की वजह से यात्री आसानी से कर सकेंगे। संस्था ने वरिष्ठ और वृद्ध व्यक्तियों के लिए व्हीलचेयर की भी व्यवस्था किया है।
स्वर्ण जड़ित गर्भगृह, सिंहासन एवं प्रभु विश्वकर्मा प्रतिमा—
श्री विश्वकर्मा मन्दिर डाकोर में स्थापित भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा को स्वर्ण से सुसज्जित किये जाने की योजना संस्था की तरफ से प्रस्तावित है। संस्था ने अगले एक साल में मन्दिर के गर्भगृह को स्वर्ण से सुसज्जित करने की योजना तैयार कर ली है। संस्था की तरफ से बताया गया है कि विश्वकर्मा मन्दिर संस्था में भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति को स्वर्ण सिंहासन की बैठक को अगले साल सुसज्जित किया जाएगा। उसके लिए समाज के द्वारा बहुत ही दान- भेंट मिली है और अनवरत मिल भी रही है।
मंदिर से सम्बन्धित विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए अध्यक्ष पद के 13 साल के कार्यकाल को सराहना देकर आगे का कार्य करने के लिए अध्यक्ष चंद्रवदन मिस्त्री को बहुत बधाइयां मिली। उनके कार्यों को सराहा गया और उन्हें आगे भी सेवा करने का मौका दिया गया।
संस्था की सामान्य सभा को सर्व श्री भरत सुथार, रमेशभाई गज्जर, डी0जे0 बावलेचा, कनुप्रसाद मिस्त्री, अमरतभाई मेवाड़ा और मयूरभाई मिस्त्री वीगेरा ने प्रासंगिक उद्बोधन किया।
रिपोर्ट— भरत सुथार
विश्वकर्मा मन्दिर ट्रस्ट, डाकोर, गुजरात