विश्वकर्मा समाज ने विश्वकर्मा पूजा अवकाश के लिये उपवास कर किया प्रदर्शन
वाराणसी। मैदागिन स्थित टाउन हॉल में क्रांति दिवस के अवसर पर ऑल इण्डिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में विश्वकर्मा पूजा दिवस पर सार्वजनिक अवकाश की मांग एवं भगवान विश्वकर्मा का राजनीतिकरण किए जाने के विरोध में गांधी प्रतिमा के समक्ष विश्वकर्मा समाज के लोगों ने अपनी मांगों से संबंधित नारे लिखे हुए तख्तियों को लेकर एक दिवसीय उपवास सत्याग्रह किया।
इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने भाजपा सरकार पर भगवान विश्वकर्मा का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा, सभी धर्म के लोगों द्वारा देशभर में पूजे जाने वाले भगवान विश्वकर्मा को छोटे-छोटे श्रमिकों तथा मजदूरों का देवता एवं महापुरुष कह कर पूजा दिवस पर घोषित अवकाश को रद्द किए जाने से करोड़ों विश्वकर्मा वंशियो की आस्था पर सरकार ने गहरा चोट किया है। इतना ही नहीं वोट की राजनीति के लिए पूजा दिवस 17 सितम्बर को दिल्ली में विश्वकर्मा सम्मेलन के नाम पर भगवान विश्वकर्मा का राजनीतिकरण किए जाने से समाज में जबरदस्त आक्रोश है।
उन्होंने कहा योगी सरकार ने भगवान विश्वकर्मा के जीवन चरित्र को शैक्षणिक पाठक्रमों में शामिल किए जाने का वायदा पूरा न करके समाज के साथ वादाखिलाफी तथा धोखा किया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा भगवान विश्वकर्मा का राजनीतिकरण किए जाने के विरोध में तथा विश्वकर्मा पूजा दिवस का सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने की मांग की और सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए एक दिवसीय उपवास सत्याग्रह का आयोजन किया गया है। विश्वकर्मा पूजा का अवकाश घोषित होने तक महासभा सतत संघर्ष करता रहेगा। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा, मोहित विश्वकर्मा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।