उन्नाव की पीड़िता को श्रद्धांजलि देने व न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उतरा विश्वकर्मा समाज

लखनऊ। गैंगरेप के बाद जलाकर मारी गई उन्नाव की बेटी को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरे प्रदेश में जगह-जगह शोक सभाएं आयोजित की गई। लोगों के आंखों में प्रशासन व सरकार के खिलाफ गुस्सा साफ झलक रहा था।
विश्वकर्मा समाज के लोगों ने धरना-प्रदर्शन करके दरिंदों को यथाशीघ्र फांसी देने अथवा पुलिस द्वारा एनकाउंटर करने की मांग की। कुछ लोगों ने तो यह भी कहा कि जिस तरीके से हैदराबाद में डॉ0 प्रियंका रेड्डी के दोषियों को पुलिस ने इनकाउंटर में मार गिराया ठीक उसी तरह मोहिनी के भी हत्यारों को इनकाउंटर में मार दिया जाये।
इस मामले में अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व समाजवादी पार्टी के नेता पूर्वमंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने जिस तरह इस मामले में रवैया अख्तियार किया वह भी काबिले तारीफ था। उन्होंने अपने संगठन के कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया कि प्रत्येक जिले में धरना वह शोकसभा आयोजित की जानी है, तो कार्यकर्ताओं ने उनकी बात को माना और पूरे प्रदेश में एक साथ शोकसभा व धरना आयोजित हुई। विश्वकर्मा समाज के लोग चाहे वह सपा समर्थित अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के पदाधिकारी रहे हों या किसी दूसरे संगठन या किसी दूसरी पार्टी के समर्थक रहे हों, गुस्सा सबके मन में था और शोकसभा में सभी ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
मोहिनी विश्वकर्मा समाज की बेटी थी, उसने न्याय के लिए संघर्ष किया और दरिंदों से लड़ते हुए ही अपनी जान दे दी। अब वह नहीं रही तो समाज के लोगों की ही जिम्मेदारी है कि उसकी अधूरी लड़ाई को लड़ते हुए उसे न्याय दिलाएं। उसके हत्यारों को फांसी हो तभी उसकी आत्मा को शांति मिलेगी।
इस दुःखद घड़ी में हम सब साथ है।
हम पांच साथ साथ
हम आपके साथ है कभीभी कहीभी आप आवाज दो हम साथ है