सर्व विश्वकर्मा समाज समिति के होली मिलन समारोह में कलाकारों सहित प्रतिभाओं का हुआ सम्मान
भोपाल। सृष्टि के रचयिता भगवान विश्वकर्मा वंशियों का होली मिलन एवं सम्मान समारोह आयोजित किया गया। समारोह में जहां समाज की प्रतिभाओं ने मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी वहीं समाज की कई प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया गया।
सर्व विश्वकर्मा समाज समिति भोपाल द्वारा आयोजित इस प्रादेशिक होली समारोह की सबसे खास बात यह थी कि पूरे कार्यक्रम की व्यवस्था विश्वकर्मा समाज की महिलाओं ने संभाली, इस मौके पर एक हजार से ज्यादा विश्वकर्मा समाज बंधु उपस्थित थे। भोपाल के न्यू मार्केट स्थित समन्वय भवन में दोपहर 12 बजे से आयोजित समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य व्यवस्थापिका संध्या विश्वकर्मा, गरिमा विश्वकर्मा एवं शांति विश्वकर्मा ने बताया कि यह आयोजन बड़ा था और पहली बार हम लोगों ने इस समारोह को सफलतापूर्वक आयोजित करने का संकल्प लिया था। हमारे समाज की सभी बहनों के सहयोग से आयोजन सफल हुआ।
उन्होंने बताया कि विश्वकर्मा समाज अपने आप में प्रतिभाओं से भरा है, कई बच्चियां ऐसी हैं जिन्होंने यहां नृत्य की प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। संध्या विश्वकर्मा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज में कई ऐसी प्रतिभाएं हैं जिन्हें केवल अवसर की जरूरत है। हम कोशिश कर रहे हैं कि इन्हें उनके मुकाम तक पहुंचाया जाए। इस होली मिलन समारोह में करीब 200 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
सर्व विश्वकर्मा समाज समिति के अध्यक्ष विनोद विश्वकर्मा, नरेंद्र विश्वकर्मा एवं नवनीत विश्वकर्मा ने बताया कि नारी शक्ति के इस आयोजन की सफलता से समाज गौरवान्वित महसूस कर रहा है। समाज बंधुओं ने बताया कि आने वाले समय में इसका और वृहद रूप दिखाई देगा, अब विश्वकर्मा समाज पूरी तरह एकजुटता के साथ संगठित हुआ है और आने वाले समय में हम ऐसे कई आयोजन करेंगे। इस अवसर पर विष्णु विश्वकर्मा, बलराम विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, राज विश्वकर्मा, राजाराम विश्वकर्मा, देवेंद्र विश्वकर्मा, प्रमोद विश्वकर्मा सहित कई समाज सेवक मौजूद थे।
इस आयोजन में बच्चों ने एक नाट्य प्रस्तुत किया जिसमें लड़के की चाहत में लड़कियों को गर्भ में न मारने की अपील की। मयंक एवं नन्हे-मुन्हे बच्चों ने हनुमान चालीसा की प्रस्तुति दी। समारोह में नेशनल शूटर प्रथमेश, बीते 26 जनवरी को दिल्ली की परेड में सहभागी रही सृष्टि को भी सम्मानित किया गया।