गोण्डा के शुभम विश्वकर्मा ने डीआरडीओ में वैज्ञानिक बनकर बढ़ाया समाज का मान

गोण्डा। अगर दिल में जज्बा हो और हौसला बुलंद हो तो सफलता अपने आप चलकर आती है। गोण्डा जिले के बभनान कस्बे के एक बेटे ने रक्षा मंत्रालय की रिसर्च विंग से जुड़कर अपने क्षेत्र, जिला और समाज का मान बढ़ाया है। बभनान के बेटे शुभम विश्वकर्मा ने भारतीय रक्षा अनुसन्धान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ- DRDO) में वैज्ञानिक पद पर चयनित होकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। शुभम विश्वकर्मा ने इसका श्रेय माता-पिता और गुरुजनों को दिया है। शुभम के पिता गजेंद्र विश्वकर्मा दिल्ली में एसीसी सीमेंट कंपनी में प्रोडक्शन मैनेजर है। गजेंद्र विश्वकर्मा शिक्षा का महत्व जानते थे, इसलिए उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ा लिखा कर आगे बढ़ाया। बेटे की सफलता से गजेंद्र विश्वकर्मा का सीना गर्व से ऊंचा हो गया।
शुभम विश्वकर्मा के चाचा दिनेश विश्वकर्मा दूसरी बार बभनान के ग्राम प्रधान हैं। उन्होंने बताया कि शुभम ने 1 अप्रैल को डीआरडीओ के बेंगलुरु केन्द्र पर ज्वाइन कर लिया है। शुभम के चाचा दिनेश विश्वकर्मा बताते हैं की शुभम पढ़ाई में शुरू से ही होशियार रहा है। बभनान के पायनियर पब्लिक स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद श्रवण धाम इंटर कॉलेज गुड़गांव छपिया गोण्डा से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। इंटर की परीक्षा पूरी करने के बाद लखनऊ के बंसल इंस्टीट्यूट इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से बीटेक किया। बीटेक करने के बाद नोएडा मे एचसीएल (HCL) कंपनी में 2 साल नौकरी की। कोरोना काल के पहले शुभम ने नौकरी छोड़कर इलाहाबाद तैयारी करना शुरू कर दिया। शुभम की सफलता पर पूरे परिवार और ग्रामवासियों ने हर्ष जताया है।