लापरवाह सरकार और बेलगाम अधिकारी दे रहे अपराध को बढ़ावा

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लखनऊ। देश की रक्षा करने वाले फौजियों का परिवार कितना सुरक्षित है इसका अन्दाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 25 मई, 2018 को उत्तर प्रदेश के कन्नौज से अपहृत सेना में सूबेदार की बेटी का अभी तक सुराग नहीं मिल सका है। बिडम्बना यह कि आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं परन्तु पुलिस प्रशासन लड़की का पता लगा पाने में नाकाम रही है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन मुख्य आरोपी महीम मियां के रसूख व उसके सिन्डीकेट के आगे नतमस्तक है। पुलिस जानबूझकर आरोपियों के विरूद्ध न तो कड़ाई कर रही है और न रिमाण्ड ले रही है। अब यह प्रकरण धीरे-धीरे आन्दोलन का स्वरूप ले रहा है। बता दें कि असम में तैनात सेना के सूबेदार शिवपाल सिंह शर्मा कन्नौज जिले के सी0एस0वी0 रोड, किदवई नगर के निवासी हैं। उनकी पुत्री को बीते 25 मई को दबंगों ने अगवा कर लिया जिसका अभी तक पता नहीं चल सका है।
आन्दोलन की कड़ी में आज लखनऊ के प्रेस क्लब में विश्वकर्मा विकास एवं सुरक्षा समिति की तरफ से प्रेस वार्ता आयोजित की गई। पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये समिति के प्रदेश अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि जब देश की रक्षा में अपना जान न्यौछावर करने वाले फौजी के परिजन सुरक्षित नहीं हैं, उनके साथ न्याय नहीं हो पा रहा है तो आमजन के साथ कैसा सुलूक होता होगा इसका अन्दाजा सहज ही लगाया जा सकता है। लापरवाह सरकार और बेलगाम अधिकारी ही अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि यदि एक सप्ताह में लड़की का पता नहीं लगा तो विश्वकर्मा विकास एवं सुरक्षा समिति पूरे प्रदेश में इस मुद्दे पर आन्दोलन करेगी। उन्होंने कहा कि यह इकलौता मामला नहीं है, इस तरह के सैकड़ों मामले जानकारी में हैं।
प्रेस वार्ता में मौजूद अपहृत लड़की के भाई आलोक शर्मा ने कहा कि थाने से लेकर राष्ट्रपति तक प्रार्थना पत्र लिखा गया। मुख्यमन्त्री के जनता दरबार में पहुंच कर गुहार लगाई गई परन्तु कोई नतीजा नहीं निकला। पुलिस प्रशासन की शिथिलता से आहत परिजनों ने कन्नौज जिला मुख्यालय पर भूख हड़ताल भी किया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने बीते 15 अगस्त तक लड़की बरामद कर लेने का आश्वासन भी दिया, परन्तु नतीजा सिफर रहा। न तो लड़की मिली और न ही पुलिस आरोपियों के विरूद्ध सख्ती अपना रही है।
प्रेस वार्ता में अपहृत लड़की के परिजनों के साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता अरविन्द विश्वकर्मा, पवन शर्मा, विपिन शर्मा, कमलेश विश्वकर्मा, डॉ0 अरुन शर्मा सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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