सैकड़ों गरीबों-मजदूरों के पालनहार बने युवा समाजसेवी प्रभुनाथ विश्वकर्मा

देवरिया। देश में लॉक डाउन के चलते गरीब-मजदूर तंगहाल हैं। लोगों को दो जून की रोटी भी नसीब नहीं हो पा रही है। ऐसी स्थिति में सरकार और समाजसेवी ही उनका पालनहार हैं। बीते दिनों बड़ी संख्या में मजदूर शहरों से गांव की तरफ रुख किये। साधन के अभाव में लोग पैदल ही चल दिये। भूखे-प्यासे व परेशान लोगों को हाईवे पर चलता देख देवरिया के युवा उद्यमी व समाजसेवी प्रभुनाथ विश्वकर्मा का दिल पसीज गया।
हाईवे पर लगी लम्बी कतारें और उनके भूख-प्यास को महसूस करते हुये प्रभुनाथ विश्वकर्मा ने लोगों को भोजन-पानी उपलब्ध कराने का फैसला किया। उन्होंने तत्काल स्थानीय प्रशासन को सूचना देकर कि वह हाईवे से गुजर रहे भूखे-प्यासे लोगों की सेवा करना चाह रहे हैं। प्रशासन ने भी अनुमति के साथ सुरक्षा प्रदान कर दिया। लिहाजा स्वयं प्रभुनाथ विश्वकर्मा कई दिन तक असहाय और लाचार लोगों के पालनहार बन सड़क पर डटे रहे और उन्हें भोजन-पानी, बिस्किट आदि उपलब्ध कराते रहे। उनके इस सहयोगी भाव की काफी प्रशंसा हुई।
सराहनीय??