जैस्मीन मिस्त्री बनीं सूरत-शारजाह फ्लाइट की फर्स्ट वुमन पायलट, अब तक कर चुकी हैं 4 हजार उड़ान
सूरत। यूएई के शारजाह और सूरत के बीच शुरू होने वाली फ्लाइट में अब कुछ ही दिन बचे हैं। 16 फरवरी के दिन एक महिला पायलट इन दोनों शहरों के रूट का पहला विमान उड़ाएंगी। यह महिला हैं जैस्मीन मिस्त्री। जैस्मीन सूरत की एक ऐसी पायलट हैं, जो अब तक चार हजार उड़ानें करा चुकी हैं।
16 फरवरी को जैस्मीन कराएंगी फर्स्ट फ्लाइट—
सूरत-शारजाह के बीच फर्स्ट फ्लाइट के लिए 80 फीसदी बुकिंग कम्प्लीट हो चुकी हैं। 150 सीट के मुकाबले 186 सीट बुक की गई है। अब देखा यह जाएगा कि जैस्मीन सबसे पहले जो उड़ान भरेंगी, उस विमान में कितने लोग होंगे। बता दें कि, जैस्मी जब छोटी थी, तभी से उन्हें हवाई जहाज चलाने का शौक रहा। बचपन में वे हवाई जहाज को देखकर बोलती थीं कि एक दिन मैं भी इसी प्रकार हवाई जहाज उड़ाउंगी।
जैस्मीन मिस्त्री की मां को बेटी पर गर्व है, क्योंकि वे एक कुशल पायलट की मां हैं। जैस्मीन की मां और उनके पापा सूरत के घौडदौड़ रोड, सेंट जेवियर्स स्कूल के पीछे स्थित जीवकोर सोसायटी में रहते हैं। जैस्मीन के पैरेंट्स का कहना है कि उनकी बेटी किसी भी काम को भी छोटा नहीं मानती। यदि खेत में दवा छिड़कनी हो, आम तोड़ना होगा या घर आने पर गृहिणी के रूप में काम करना हो, वह हमेशा हर काम के लिए तत्पर रहती है और आगे का ही सोचती है। बचपन में वह कागज़ के हवाई जहाज बनाकर उड़ाती थी। तभी से इशारा मिल गया था कि जैस्मीन भविष्य कुछ न कुछ अनूठा ही करेगी। (साभार)