देश के प्रगति में विश्वकर्मा समाज का अहम योगदान- पवन त्रिपाठी
मुम्बई (गंगाराम विश्वकर्मा)। भारतीय जनता पार्टी, मुम्बई के उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी ने कहा है कि विश्वकर्मा समाज को मिली कारीगरी ईश्वरीय उपहार है, इनके बिना सुखमय जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। इस समाज का देश की प्रगति में अहम योगदान रहा है। सांताक्रुज (पूर्व) स्थित विश्वकर्मा समिति के हाल में आयोजित विश्वकर्मा समाज स्नेह सम्मेलन में आचार्य ने कहा कि समस्त ब्रह्मांड की रचना भगवान विश्वकर्मा के हाथों से हुई है। विश्वकर्मा ने इंद्रपुरी, द्वारिका, हस्तिनापुर, स्वर्गलोक, लंका, जगन्नाथपुरी आदि का निर्माण किया। भगवान विश्वकर्मा का एक अलग पुराण ही है। उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा पुत्रों नल-नील द्वारा निर्मित राम सेतु को तोड़ने का प्रयास कांग्रेस सरकार के समय हुआ। हमारी संस्कृति व सभ्यता के साथ लगातार खिलवाड़ हो रहा है, इसका विरोध हम सबको मिलकर करना होगा।
भाजपा मुम्बई प्रवक्ता अजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सर्वांगीण विकास कर रहा है। यूपी में योगी सरकार ने दंगाइयों को जेल में भेजा है जिससे वहां पर लोगों का जीवन खुशहाल है। उन्होंने कहा कि मुम्बई मनपा में भाजपा का महापौर बनाने के लिए हम सबको भाजपा का साथ देना होगा। भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा मुम्बई अध्यक्ष जे0पी0 सिंह ने कहा कि उत्तर भारतीयों के हितों की सुरक्षा सिर्फ भाजपा कर सकती है। उन्होंने कहा कि मुम्बई में विश्वकर्मा समाज बड़ी संख्या में है जो हमेशा भाजपा के साथ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार बीएमसी चुनाव में भी विश्वकर्मा समाज भाजपा का समर्थन करेगा।
भाजपा झोपड़पट्टी मोर्चा अध्यक्ष आर0डी0 यादव ने कहा कि देश अब परिवारवाद से ऊब चुका है। लोकनायक जयप्रकाश के संपूर्ण क्रांति के नारे से उपजे मुलायम सिंह यादव और लालू प्रसाद यादव जैसे नेता केवल परिवारवाद को पालकर सत्तासीन रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार हरिगोविंद विश्वकर्मा ने कहा कि आने वाला समय सिर्फ भाजपा का है। जनता के लिए काम करने की शैली भाजपा को अन्य दलों से अलग बनाती है। कार्यक्रम का संचालन भाजपा मुम्बई कार्यकारिणी सदस्य गंगाराम विश्वकर्मा ने किया।
सम्मेलन में पत्रकार राकेश विश्वकर्मा, लल्लूराम विश्वकर्मा, राधेश्याम विश्वकर्मा, वशिष्ठ नारायण विश्वकर्मा, दिनेश विश्वकर्मा, बबलू विश्वकर्मा, उपेंद्र विश्वकर्मा, रामलाल विश्वकर्मा, योगेश विश्वकर्मा, माखनलाल विश्वकर्मा, रामचंद्र विश्वकर्मा, नन्हेलाल विश्वकर्मा, नौहर विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, केशव विश्वकर्मा, शेष शर्मा, लालचंद विश्वकर्मा, शोभनाथ विश्वकर्मा, जितेंद्र विश्वकर्मा, संतोष विश्वकर्मा, राजन विश्वकर्मा, मोतीलाल विश्वकर्मा, रवि विश्वकर्मा, डा0 पी0एन0 विश्वकर्मा, चंद्रभान विश्वकर्मा, पतिराज विश्वकर्मा, के0के0 विश्वकर्मा आदि सहित विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के लोग उपस्थित रहे।