सभी संगठन एकजुट हों तो बन सकती है बड़ी ताकत- रामचन्द्र जांगड़ा
गोरखपुर। हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचन्द्र जांगड़ा ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के सभी संगठनों की एकजुटता बड़ी ताकत बन सकती है। यही ताकत समाज को राजनीति व सत्ता में भागीदारी दिलायेगी। कोई भी हमारी अनदेखी नहीं कर सकेगा। आगामी 17 सितम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाला विश्वकर्मा महासम्मेलन इसी का हिस्सा है। इस महासम्मेलन में पूरे देश से बहुत बड़ी संख्या में विश्वकर्मा समाज के लोग अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। सांसद श्री जांगड़ा गोरखपुर के श्री विश्वकर्मा पंचायत मन्दिर जटाशंकर में आयोजित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोरखपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश से उन्हें बड़ी उम्मीद है कि लोग 17 सितम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में पहुंचे। उपस्थित लोगों सांसद जी को आश्वस्त किया कि वह लोग बड़ी संख्या में महासम्मेलन में भाग लेंगे।
प्रतिनिधि सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के रूप में अखिल भारतीय विश्वकर्मा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष छेदीलाल विश्वकर्मा, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष किशनलाल पांचाल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ0 परमेन्द्र जांगड़ा उपस्थित रहकर सम्मेलन को सम्बोधित किया। अध्यक्षता इं0 राजेश्वरी प्रसाद विश्वकर्मा तथा संचालन दयानन्द शर्मा ने किया।
प्रतिनिधि सम्मेलन के संयोजक रामकैलाश शर्मा ने कहा कि 17 सितम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाले विश्वकर्मा महासम्मेलन में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के आने की सहमति से पूरा विश्वकर्मा समाज उत्साहित है। इस महासम्मेलन से समाज की राजनीतिक दिशा तय हो जायेगी। महासम्मेलन की सफलता के लिये गोरखपुर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे ही, साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश से के अन्य जिलों से भी लोगों को ले जाने के लिये जनसंपर्क किया जायेगा। वह स्वयं जिलों-जिलों में लोगों से सम्पर्क करेंगे।
प्रतिनिधि सम्मेलन में पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों से अध्यक्ष व प्रतिनिधि, गोरखपुर विश्वकर्मा समाज के सभी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण के साथ ही शिवकुमार शर्मा, रामधनी विश्वकर्मा, वेदप्रकाश शर्मा, राहुल शर्मा, श्रीकांत शर्मा, अजय कुमार, बाबूलाल शर्मा, रीतेश शर्मा, लक्ष्मन शर्मा, राजू विश्वकर्मा, रविशंकर विश्वकर्मा, रवि शर्मा आदि लोग उपस्थित रहे। इनके अतिरिक्त मातृशक्ति की भी उपस्थति रही। अयोजकगणों ने अतिथियों का गर्मजोशी के साथ स्वागत-अभिनन्दन किया।
सरजी आपकी बात से सहमत हूं।
संगठन में ही सक्ती है।
हमारा समाज अगर एक जगह हों जाय तों दुनिया के लिए
एक मिसाल होगा।
धन्यवाद।