भारतीय परम्परा, प्रेम और एकता का प्रतीक है होली— रीता जोशी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की महिला कल्याण मन्त्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि होली भारतीय परम्परा, प्रेम, एकता और सौहार्द का प्रतीक है। बुराइयों को जलाकर सभी को एक रंग में रंगने के त्योहार को ही हम सभी होली कहते हैं। श्रीमती जोशी विश्वकर्मा मन्दिर मकबूलगंज में ककुहांस पांचाल ब्राह्मण सभा द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह को सम्बोधित कर रही थी।
कैबिनेट मन्त्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि विश्वकर्मा समाज से उनका विशेष लगाव है। वह खुद अपने को विश्वकर्मा परिवार की सदस्य मानती हैं। कहा कि विश्वकर्मा समाज के लोग जब भी उन्हें याद करेंगे वह हाजिर रहेंगी।
महिलाओं की उपस्थिति से गदगद हुई मन्त्री—
विश्वकर्मा समाज के होली मिलन समारोह में सम्मिलित होने आई कैबिनेट मन्त्री रीता बहुगुणा जोशी महिलाओं की पर्याप्त संख्या देख गदगद हो गई। वह अपनी खुशी का इजहार करते हुये अपने निर्धारित स्थान पर बैठने की बजाय महिलाओं के बीच ही जाकर बैठ गई। उनके इस स्नेह से उपस्थित महिलाएं भी उनसे घुल—मिलकर बात करते नजर आईं। मन्त्री की इस सरलता की काफी चर्चा रही। लोगों ने महिला सभा की अध्यक्ष पुष्पा विश्वकर्मा को इसके लिये धन्यवाद दिया कि उन्होंने काफी मेहनत कर महिलाओं को एकत्र किया।
होली मिलन समारोह में ककुहांस पांचाल ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष राम कैलाश शर्मा, महामन्त्री सुरेश चन्द विश्वकर्मा, अ0भा0 विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अच्छेलाल विश्वकर्मा, महामन्त्री राकेश विश्वकर्मा, ई0 आर0पी0 शर्मा, राम भजन शर्मा, इन्द्रदेव शर्मा, राम प्रकाश शर्मा, राजेश शर्मा, त्रिभुवन शर्मा, भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, श्रीराम शर्मा, कृष्णमुरारी विश्वकर्मा, कमलेश शर्मा, अरविन्द विश्वकर्मा, रमेश विश्वकर्मा, रामस्वरूप विश्वकर्मा सहित काफी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।
इस अवसर पर फूलों की होली खेली गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ।
—केशव विश्वकर्मा