न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर में मनाई गई गुरू पूर्णिमा
रायबरेली। न्यू स्टैण्डर्ड बालिका विद्या मन्दिर, रायबरेली में महागुरू वेदव्यास की जयन्ती (गुरू पूर्णिमा) का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रधानाचार्य तारकेश्वर सिंह ने वेदव्यास के प्रतिरूप पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित किया।
विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी महागुरू को भाव सुमन अर्पण किये। विद्यालय की छात्रा वंशिका सिंह और दीपाली पाण्डेय ने गुरू पूर्णिमा के पावन पर्व पर प्राचीन उदाहरणों के माध्यम से अपने विचारों में गुरूजनों के प्रति आदर-श्रद्धा भाव व्यक्त किये। विद्यालय के शिक्षक सार्थक शुक्ला, शिक्षिका भावना श्रीवास्तव, प्रियंका त्रिपाठी, रविन्दर कौर और उनके सहयोगी शिक्षक साथियों ने बच्चों को वेदव्यास और उनके शिष्यों का प्रतिरूप देकर प्राचीन स्मृतियों को जीवन्त बना दिया। विद्यालय को-आर्डिनेटर आर0एन0 सिंह ने वेदव्यास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बच्चों से गुरू के महत्व को बताया। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय शिक्षिका अमिता गांगुली ने किया।
कार्यक्रम के अन्त में विद्यालय प्रधानाचार्य ने बच्चों के प्रति अपने उद्बोधन में कहा कि मानव जीवन में गुरू का स्थान सर्वोपरि है। हमारे धार्मिक ग्रन्थों में गुरू का स्थान ईश्वर से भी बढ़कर बताया गया है। गुरू ही शिष्य को अज्ञानता के अन्धकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाता है। इसलिए बच्चों अपने गुरूजनों का सदैव आदर सम्मान करना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय की प्राइमरी हेड मिस्ट्रेस सन्ध्या अग्रवाल, को-आर्डिनेटर संतोष श्रीवास्तव, एवं अन्य शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।