गोण्डा का लाल लॉ प्रोफेसर बनकर अफ्रीका में अधिकारियों को बता रहा साइबर सुरक्षा का उपाय

लखनऊ। गोण्डा के अति पिछड़े गांव से निकलकर प्रोफेसर बने डॉ0 प्रदीप शर्मा अफ्रीका में अधिकारियों को साइबर सुरक्षा के उपाय बता रहे हैं। कभी टाट-पट्टी पर बैठकर पढ़ाई करने वाले प्रदीप शर्मा एक अच्छा वकील बनना चाहते थे लेकिन उनकी किस्मत ने उन्हें प्रोफेसर बना दिया। प्रदीप शर्मा की शुरुआती पढ़ाई मनकापुर, गोण्डा से हुई। इण्टर की पढ़ाई के पश्चात एलएलबी और एलएलएम की डिग्री अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से प्राप्त किया।
प्रदीप शर्मा ने साइबर क्राइम से पीएचडी भी किया। भाग्य आज़माते हुये उन्होंने अब तक 8 देशों की शैक्षिक यात्रा की। केन्या, दक्षिण सूडान, रियाद, जार्जिया, इथियोपिया जैसे देशों का भ्रमण किया। वर्तमान में वह पश्चिम अफ्रीका के घाना में केएएएफ यूनिवर्सिटी में लॉ डिपार्टमेंट के प्रोफेसर हैं। उन्होंने लखनऊ और भोपाल में भी असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में सेवा प्रदान किया है। प्रदीप शर्मा के पिता ने बेटे की पढ़ाई के दौरान ही लखनऊ में बसने का मन बना लिया था तो प्रदीप शर्मा वर्ष 2006 से ही लखनऊ रहने लगे। उन्होंने “साइबर अपराध में क्षेत्राधिकार सम्बंधी मुद्दे” नामक पुस्तक भी लिखा है।
बता दें कि प्रदीप शर्मा का जन्म गोण्डा जिले के बभनान क्षेत्र के कोटखास गांव में 30 मई 1978 को हुआ था। पिता दुखी प्रसाद शर्मा व माता उमा शर्मा (अब दोनों दिवंगत) ने बहुत ही संघर्ष के बीच अपने होनहार पुत्र को शिक्षा दिलाई थी। आज उनकी आत्मा भी पुत्र की सफलता देखकर गौरवान्वित हो रही होगी। प्रदीप शर्मा की पत्नी सरिता विश्वकर्मा भी लखनऊ के एक इण्टर कॉलेज में प्रधानाचार्य हैं।
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