भोपाल की दिव्या विश्वकर्मा ने पहले प्रयास में पाई सफलता, बनीं सिविल जज

भोपाल। मूलरूप से नरसिंहपुर जिले के निवासी अब भोपाल में बस चुके सरकारी ड्राइवर श्रीराम विश्वकर्मा की पुत्री दिव्या विश्वकर्मा सिविल जज बन गई है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा जारी सूची में दिव्या का नाम 15वें स्थान पर है। दिव्या ने पहले ही प्रयास में सफलता पाई है। दिव्या के पिता श्रीराम विश्वकर्मा, महिला एवं बाल विकास विभाग में ड्राइवर के पद पर कार्यरत हैं, जो मौजूदा समय में राजधानी भोपाल में पदस्थ हैं। दिव्या की माता रेवती विश्वकर्मा गृहणी हैं।
उनका पैतृक घर अभी भी नरसिंहपुर जिले में नरसिंह मंदिर और बाखर की गली में है। पूरा परिवार अभी भी यहां आते-जाते रहते हैं। दिव्या का जन्म नरसिंहपुर में ही हुआ और उसकी प्राथमिक शिक्षा भी नरसिंहपुर में ही हुई। श्रीराम विश्वकर्मा कुछ साल पहले ही नौकरी और बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिये पूरे परिवार के साथ भोपाल में शिफ्ट हो गये थे। दिव्या ने भोपाल के बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से बीए और एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।
दिव्या बताती हैं कि प्रारम्भ से ही सिविल जज बनने के विचार से 4 साल तक लगातार पढाई की, और पहले ही अटेंप्ट में उन्हें सफलता मिली। दिव्या ने कहा कि, हमें अपने लक्ष्य पर हमेशा फोकस करना चाहिए, ये सफलता के लिए मुख्य रूप से जरूरी है। परीक्षा पर फोकस रखते हुए रिवीजन करते रहना है जिससे हम अपनी पढ़ाई को भूल ना पाऐ।