फिलीपींस की बेटी बनी रावतभाटा के एन0एल0 सुथार परिवार की बहू
कोटा। राजस्थान के कोटा जिले में एक विदेशी लड़की ने भारतीय संस्कृति में घुलमिलकर अपने जीवनसाथी की संगिनी बन गई। फिलीपींस की बेटी जैमा मीना अब रावतभाटा सुथार परिवार की बहू बन गई। पिछले सप्ताह की बुधवार और गुरुवार की रात अक्षय तृतीया के अबूझ सावे पर हितेश सुथार और जैमा मीना 7 फेरों के साथ विवाह बंधन में बंध गए। रावतभाटा में यह अनोखी शादी राजस्थानी, गुजराती संस्कृति के गीत—संगीत के साथ सभी परम्पराओं को निभाते हुए अणुप्रताप कॉलोनी के न्यूकम्युनिटी सेंटर में सैकड़ों मेहमानों के बीच हुई।
परमाणु बिजली घर के अधिकारी एन0एल0 सुथार एवं रमासुथार के पुत्र हितेश सुथार दुल्हा और फिलीपींस की राजधानी मनीला निवासी दुल्हन जैमा मीना ने बुधवार—गुरुवार की रात को सात फेरों के साथ दोनों एक दूजे के हो गए। जब दुल्हन को विदाई दी गई तो रावतभाटा के स्थानीय मेहमानों से लेकर फिलीपींस के मेहमानों की आंखों से आंसू छलक गए। हितेश अमेरिकी कम्पनी में जॉब करते हैं और फिलीपींस में ही दोनों की मुलाकात हुई थी।
ब्याई और तोरण का बताया महत्व—
फिलीपींस और अमेरिका के चुनिंदा मेहमान इस शादी में आए थे, जिसमें दुल्हन का भाई, मां और कुछ रिश्तेदार थे। सभी ने उमंग और उत्साह से शादी के हर रीतिरिवाज में भाग लिया। रावतभाटा के लोगों ने मेहमानों को ब्याई, तोरण का महत्व भी समझाया। भारतीय शादियों की परम्पराओं से अवगत कराया। सभी महत्व जानकर अभिभूत हुए। यही नहीं, जैसे बारात के मेहमानों की मिलनी होती है वैसे ही मिलनी, स्वागत भी किया गया। स्थिति यह रही कि रावतभाटा के कुछ लोग वधू पक्ष में खड़े थे और वर पक्ष का स्वागत कर रहे थे।
रिटायर शिक्षक पण्डित ने समझाए अंग्रेजी में फेरों के अर्थ—
हितेश और जैमामीना की शादी में 7 फेरे हुए। जिसमें रिटायर शिक्षक पण्डित शिवलाल शर्मा ने फेरे और शादी की रस्म अदा कराई। पण्डित शिवलाल शर्मा ने बताया कि उन्होंने हिंदी के साथ—साथ अंग्रेजी में भी फेरों के अर्थ और शादी के रस्मों की जानकारी दी।
फिलीपींस से आए मेहमान बोले कम्पनी और कर्मचारी के बीच रिश्ता निभाया—
यह आम तौर पर देखा जाता है कि व्यक्ति जहां काम करता है वहां के साथी भी पूरे नहीं पहुंच पाते। लेकिन हितेश अमेरिका की जिस कंपनी में काम करते हैं, उसके मालिक क्रिस्टोफर हैंकॉक अमेरिका से अपना सभी काम छोड़कर अपने होनहार इंजीनियर की शादी में भाग लेने के लिए पहुंचे। उन्होंने पूरी शादी के दौरान हर कार्यक्रम में भाग लेकर इंज्वाय किया। उनका कहना था कि यह कम्पनी और कर्मचारी के बीच का एक बेहतर रिश्ता है, जिसे हमारी कम्पनी निभाती है और इसीलिए यहां पहुंचे हैं।
दिल से दिल मिले तो बन गए जीवनसाथी—
अमेरिकी कंपनी की तरफ से ट्रेनिंग पर फिलीपींस गए आईटी इंजीनियर हितेश सुथार की मनीला में कार्यरत जैमा मीना से होलीवन फेस्टीवल में मुलाकात हुई। फिर दिल से दिल मिले तो दोनों एक दूजे के हो गए। यहीं से इनकी लव स्टोरी शुरू हुई। पिछले 3 सालों से एक-दूसरे को समझा और अब हमसफर बन गये।
दोनों देशों की मिलती-जुलती संस्कृति, बेहतर को अपनाएंगे—
दक्षिण पूर्व एशिया का देश फिलीपींस गणराज्य पश्चिम प्रशांत महासागर में स्थित है। 7 हजार 107 द्वीपों से मिलकर बना है। दुल्हन के पक्ष से आए रिश्तेदार कायले, लाइन, एलेना, यूलिया, रोजमैरी का कहना है कि उनकी और भारत की संस्कृति में कई समानताओं के साथ कुछ असमानताएं भी हैं। जो बेहतर होगा उसे अपनाएंगे। इस रिश्ते को आजीवन निभाएंगे। भारत में जिस तरह से मेहमान को भगवान समझा जाता है, हमारे देश में भी यही परंपरा है। शादी के मौके पर उमंग और उत्साह के साथ एंजॉय कर रहे हैं। (साभार)