रामलला का रेखाचित्र बनाने वाले डॉ0 सुनील विश्वकर्मा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित
लखनऊ। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की गई मूर्ति का रेखाचित्र बनाने वाले डॉ0 सुनील विश्वकर्मा को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया है। संस्कृति और खेल विभाग उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में राज्य ललित कला अकादमी की तरफ से डॉ0 सुनील विश्वकर्मा को सर्वश्रेष्ठ सम्मान “पद्मश्री बाबा योगेंद्र कला सम्मान-2024” प्रदान किया गया है। राजभवन लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल की उपस्थिति में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें यह सम्मान प्रदान किया।
बता दें कि जनपद मऊ के भरत मिलाप कोपागंज निवासी डॉ0 सुनील विश्वकर्मा को कला क्षेत्र में अब तक कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। बीएफए और एमएफए (गोल्ड मेडलिस्ट) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी तथा एमफिल आगरा से करने के बाद डॉक्टर सुनील विश्वकर्मा ने चीन से पेंटिंग में एडवांस्ड स्टडी कोर्स किया। वर्ष 2006 में यूजीसी नेट क्वालीफाई करने के पश्चात उनकी नियुक्ति महात्मा काशी विद्यापीठ वाराणसी में असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में हो गई। वर्तमान में डॉ0 सुनील विश्वकर्मा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के ललित कला विभाग के अध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
डॉक्टर सुनील विश्वकर्मा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों से सम्मानित किए जाने एवं अति प्रतिष्ठित अलंकरण सम्मान से नवाजे जाने पर गृह जनपद मऊ तथा कार्यक्षेत्र वाराणसी के साथ ही विश्वकर्मा समाज में हर्ष व्याप्त है। वाराणसी के भाजपा जिलाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य हंशराज विश्वकर्मा सहित नेताओं, समाजसेवियों, शिक्षा एवं कला क्षेत्र जुड़े लोगों ने डॉ0 सुनील विश्वकर्मा को बधाई प्रेषित किया है।
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