भाजपा सरकार कर रही विश्वकर्मा समाज का उत्पीड़न- रामआसरे विश्वकर्मा
आजमगढ। महर्षि दुर्वासा की तपोस्थली दुर्वासा धाम पर विश्वकर्मा समाज का विशाल सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की शुरुआत भगवान विश्वकर्मा की पूजा के साथ की गयी। सम्मेलन के मुख्य अतिथि पूर्वमन्त्री राम आसरे विश्वकर्मा रहे। अध्यक्षता बिलरियागंज नगर पंचायत के चेयरमैन वीरेन्द्र विश्वकर्मा ने किया। इस मौके पर सम्मेलन के संयोजक अमरनाथ विश्वकर्मा को विश्वकर्मा मन्दिर कमेटी दुर्वासा का अध्यक्ष घोषित किया गया तथा मन्दिर का जीर्णोद्धार करने का निर्णय लिया गया। पूर्वमन्त्री रामआसरे विश्वकर्मा द्वारा टौंस नदी पर स्थित विश्वकर्मा मन्दिर में निर्मित विश्वकर्मा सभागार व विश्वकर्मा घाट के सौन्दर्यीकरण करने का निर्णय लिया गया।
सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये पूर्वमन्त्री रामआसरे विश्वकर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी को कैन्सिल करके समाज की पहचान मिटा रही है। सपा सरकार में मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव ने रामआसरे विश्वकर्मा को विधान परिषद सदस्य व शिक्षामन्त्री बनाकर विश्वकर्मा समाज का सम्मान बढ़ाया था। सपा सरकार में विश्वकर्मा समाज के लोगों को नौकरी, रोजगार, विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी, वर्कशाप के लिये जमीनों के पट्टे, इण्टर पास लड़कों को आइटीआई का प्रमाणपत्र जारी करने का शासनादेश किया था।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में आये दिन उपेक्षा, अपमान, उत्पीड़न और अत्याचार हो रहा है। भाजपाराज में समाज का सम्मान सुरक्षित नहीं है। श्री विश्वकर्मा ने कहा कि आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हटाएं और समाजवादी पार्टी को जितायें तथा अखिलेश यादव को प्रदेश का मुख्यमन्त्री बनाएं। सपा सरकार बनने पर लखनऊ में गोमती रिवर फ्रन्ट पर भव्य विश्वकर्मा मन्दिर बनाया जायगा।विश्वकर्मा पूजा की छुट्टी घोषित की जायगी। विश्वकर्मा समाज को जनसंख्या के अनुसार आरक्षण और अधिकार दिया जायेगा।
सम्मेलन को विशिष्ट अतिथि महासभा के राष्ट्रीय महासचिव राजेश विश्वकर्मा, जिला महासचिव दिनेश विश्वकर्मा, शशिकान्त विश्वकर्मा, बुधिराम विश्वकर्मा, सोचनराम विश्वकर्मा, हीरालाल विश्वकर्मा तथा अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया।