कालीना विश्वकर्मा समिति की सभी कमेटियां भंग, टास्क टीम कराएगी चुनाव
मुम्बई। विश्वकर्मा समाज की सबसे बड़ी सामाजिक संस्था विश्वकर्मा समिति मुम्बई सांताक्रुज कालीना में गत 14 वर्षों से चल रहे आपसी विवाद को सुलझा लिया गया है। सभी पक्षों की आम सहमति से समिति में विवाद सुलझाने के लिए गठित तीन सदस्यीय टास्क टीम ने विशेष सर्वसाधारण सभा बुलाई, जिसमें टास्क टीम ने रामशब्द शर्मा, चंद्रकेश विश्वकर्मा, धनराज शर्मा की अगुवाई वाली कमेटी से लिखित रूप में इस्तीफा ले लिया गया। इसी के साथ सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया। टास्क टीम के सदस्य राजेंद्र चित्तबहाल विश्वकर्मा, अधिवक्ता जे0पी0 शर्मा व सुनील राणा ने कहा कि आपसी विवाद के कारण पूरे देश में विश्वकर्मा समिति मुंबई का नाम खराब हुआ है। उन्होंने कहा कि 14 वर्षों में विश्वकर्मा समिति के विवाद के कारण सामाजिक एकता की कड़ी कमजोर हुई है, इसे फिर से मजबूत करने होंगे।
विश्वकर्मा समिति में विवाद 2008 में शुरू हुआ था, जब चुनाव में हारे हुए लोग निर्वाचित कमेटी के ऊपर मनमाना तरीके से काम करने के आरोपों को लेकर चैरिटी कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिए। विश्वकर्मा समिति में सभागृह के संचालन व कथित भ्रष्टाचार आरोपों के कारण समाज में दूरियां बढ़ती गई। इस बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने विश्वकर्मा समिति में असंवैधानिक कमेटी बनाकर संस्था के इमारत में जुआ,शराब जैसे असामाजिक कार्य शुरू कर दिए। विश्वकर्मा समिति भवन बनाने में विशेष योगदान देने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित उद्योगपति संतोष कुमार राणा के नाम की लगी शिला पट्टिका को तोड़ दिया गया। इससे समाज में आक्रोश बढ़ गया। 8 मई 2022 को समिति के सदस्यों की उपस्थिति में राणा हाल के शिला पट्टिका का फिर से उद्घाटन किया गया। इसके बाद उपस्थित समाजजनों की बैठक हुई, जिसमें सभी ने सामाजिक एकता का संकल्प के साथ संस्था को बचाने का निर्णय लिया और सभी विवादों को खत्म करने के लिए एक टास्क टीम बना दी गई।
विशेष सर्वसाधारण सभा में लल्लूराम विश्वकर्मा, रामनरेश विश्वकर्मा, पत्रकार हरिगोविंद विश्वकर्मा, गंगाराम विश्वकर्मा, प्रकाश प्यारेलाल विश्वकर्मा, रामजी विश्वकर्मा, दिनेश शर्मा, सुभाष विश्वकर्मा, बाबूलाल विश्वकर्मा, रमेश शिवी, अनिल विश्वकर्मा, शोभनाथ विश्वकर्मा, महेंद्र विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा, राजन विश्वकर्मा, वीरेंद्र विश्वकर्मा, बृजेश विश्वकर्मा, अवधेश विश्वकर्मा, ओमप्रकाश विश्वकर्मा, संतोष विश्वकर्मा, परविंदर विश्वकर्मा, रमेश विश्वकर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे।