विश्वकर्मा प्राकट्य दिवस पर गाज़ियाबाद के विश्वकर्मा मंदिर में हुई पूजा अर्चना

गाजियाबाद। हिंडन नदी के तट पर महाभारत कालीन भगवान विश्वकर्मा वेद मंदिर में शिल्प ज्ञान विज्ञान तकनीकी के जनक आदि देव भगवान विश्वकर्मा का प्राकट्य दिवस बहुत ही धूमधाम एवं श्रद्धा भाव से मनाया गया। विधिवत पूजा अर्चना हवन आरती की गयी तत्पश्चात प्रसाद वितरण हुआ। कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं नें भाग लिया। मंदिर समिति के अध्यक्ष हरपाल सिंह पांचाल नें बताया कि यह मंदिर पौराणिक एवं बड़े महत्त्व का है। इसी के प्रताप एवं प्रभाव से गाज़ियाबाद ने औद्योगिक नगरी के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
एस0पी0 सिंह पांचाल ने कहा कि प्राचीनतम औद्योगिक नगरी के रूप में विकसित होने के कारण ही गाज़ियाबाद का नाम विश्वकर्मा नगर कराने की मांग सब लोग कर रहे हैं। इस अवसर पर जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक जांगिड़ ने विश्वकर्मा नगर की मांग को उचित बताते हुए संघर्ष तेज करने पर जोर दिया। नरेन्द्र पांचाल नें वैदिक विधि से पूजा पाठ हवन किया। आरती संपन्न कराते हुए अनेक वेद श्लोकों के माध्यम से सृष्टि रचयिता भगवान विश्वकर्मा की महिमा का वर्णन किया।
विजय पाल पांचाल ने मंदिर में चल रहे जीर्णोद्धार कार्य से अवगत कराते हुए सभी के योगदान की सराहना की। कार्यक्रम में राजेश्वर शर्मा, बिजेंद्र जांगिड़, ब्रह्म पाल जांगिड़, राहुल पांचाल, देवी चरण धीमान, अभिषेक जांगिड़, प्रशांत कुमार सहित अनेक लोगों ने विचार व्यक्त किया। सभी ने गाज़ियाबाद का नाम विश्वकर्मा नगर कराने के अभियान को तेज करने पर जोर दिया।