मां सुमित्रा देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री, बेटा मनोज जांगिड़ बना तहसीलदार

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रोहतक। अपने आंगनबाड़ी केन्द्र में अधिकारियों को आते-जाते देख सुमित्रा देवी ने एक सपना बुना कि उसका बेटा भी एक दिन अधिकारी बनेगा। आखिर में वह समय आ ही गया जब मनोज कुमार जांगिड़ ने अपनी मां का सपना पूरा कर दिया। हरियाणा सिविल सर्विसेज के हाल ही आये परिणाम में मनोज कुमार जांगिड़ तहसीलदार पद पर चयनित हुये हैं। मनोज कुमार जांगिड़ रोहतक जिले के छोटे से गांव मकडोली में पैदा हुए। उन्होंने अपनी मां सुमित्रा देवी जो कि एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री हैं के सपने को साकार करने का संकल्प लिया था और अब इस सपने को साकार करने को मूर्त रूप देने की दिशा में सार्थक प्रयास किया, जो काफी हद तक पूरा हुआ है। अपनी मां के सपने का खुलासा करते हुए उन्होंने कहा कि मेरी मां हांलांकि हरियाणा सरकार में एक छोटी सी कर्मचारी है लेकिन उसकी सोच बड़ी ऊंची है।जब वह अपने आंगनबाड़ी केंद्र में किसी बड़े अधिकारी को देखती तो सोचती कि वह भी एक दिन अपने बेटे को हरियाणा प्रदेश में एक उच्च प्रशासनिक अधिकारी बनाएगी। अपनी मां के सपने को मूर्त रूप देने के लिए मैंने निरंतर प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि हालांकि मेरे ऊपर पिता जी का भी पूरा आशिर्वाद रहा है। उनकी दूरदर्शी सोच और मार्गदर्शन के परिणाम स्वरूप में यह सफलता हासिल कर पाया हूं। हांलांकि एक ट्रान्सपोर्ट एजेंसी के मालिक होने के नाते उनके पास समय का अभाव था लेकिन बेहतर से बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए उन्होंने कभी भी कंजूसी नहीं दिखाई और यही कारण है कि मैं गांव में पैदा होने के बावजूद मैंने अपनी अधिकतर शिक्षा शहर से पूरी की। मनोज जांगिड़ ने बताया कि उन्होंने अपनी हाई स्कूल तक की शिक्षा हिमालयान स्कूल रोहतक से और उसके पश्चात मैकेनिकल में इंजीनियरिंग की डिग्री दी नवबन्धु चौधरी छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय सोनीपत से वर्ष 2009 में पूरी की। उसके पश्चात उन्होंने पानीपत थर्मल पावर प्लांट में नौकरी की लेकिन रह-रह कर उसे अपनी मां को दिया हुआ वचन बार-बार उसकी आंखों के आगे कौंधता रहता था।
‌मनोज ने बताया कि मैंने हरियाणा लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी शुरू की और परमात्मा की अनुकम्पा से पहले प्रयास में ही सफल रहा। मेरा चयन तहसीलदार के पद पर हुआ है। इस उपलब्धि के पीछे मेरे अभिभावकों , धर्मपत्नी सहित शुभचिंतकों का और विशेष कर हरियाणा प्रदेश जांगिड़ ब्राह्मण सभा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ0 शेर सिंह जांगिड़ की प्रेरणा परक मार्ग दर्शन रहा, जिसके परिणामस्वरूप मैं यह मुकाम हासिल कर पाया हूं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में वे हरियाणा सिविल सर्विस में अपनी मेहनत और लगन तथा कर्तव्य परायणता के आधार पर इससे भी उच्च पद हासिल करेंगे।
मनोज कुमार जांगिड़ की सफलता पर जांगिड़ समाज में हर्ष है। लोग उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दे रहे हैं। “विश्वकर्मा किरण” पत्रिका परिवार की तरफ से भी बधाई व शुभकामनाएं।

-राम भगत शर्मा, चंडीगढ़

1 thought on “मां सुमित्रा देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री, बेटा मनोज जांगिड़ बना तहसीलदार

  1. सभी विजेताओं को दिल से बहुत बहुत बधाई

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