कुलरिया परिवार ने 15 करोड़ से अस्पताल बनवाकर किया सरकार को हस्तांतरित
नोखा। राजस्थान के बीकानेर जिले में नोखा तहसील का एक गांव है सीलवा, जो पूरे देश में अपने गौरव का परचम लहरा रहा है। यहां के विश्वकर्मावंशी कुलरिया परिवार ने समाजसेवा की अनोखी मिशाल प्रस्तुत किया है। सरकारी पैसे से बने संस्थानों को किसी समाजसेवी के नाम पर नामकरण होते तो आप सबने बहुत सुना होगा, एक समाजसेवी द्वारा स्वयं के पैसे से बनवाये गये संस्थान को सरकार को दान करते शायद ही सुना हो। ऐसा कर दिखाया है ब्रह्मलीन सन्त दुलाराम कुलरिया के पुत्रों और पौत्रों ने।
बता दें कि देश के नये संसद भवन की इंटीरियर डिजाइनिंग करने वाले उद्योगपति और भामाशाह नरसी कुलरिया द्वारा निजी स्रोत से 15 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक अस्पताल का निर्माण कराया गया जिसे संचालन के लिये राजस्थान सरकार को दान कर दिया गया। इस अस्पताल का नाम- संत दुलाराम कुलरिया राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सीलवा रखा गया है। इस राजकीय चिकित्सालय का भव्य लोकार्पण बीते 28 जुलाई राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के हाथों सम्पन्न हुआ। लोकार्पण कार्यक्रम की अध्यक्षता राजस्थान के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने किया। केन्द्रीय कला पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर बजरंगदास महाराज, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा, आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम, बीकानेर पश्चिम विधायक जेठानंद व्यास, बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी, भाजपा प्रदेश सचिव अजीत मांडण, जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के पूर्व अध्यक्ष पुखराज पाराशर, विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष रामगोपाल सुथार, कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी, नोखा विधायक सुशीला डूडी, श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत, खाजूवाला विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल, पूर्व विधायक बिहारी लाल बिश्नोई व साधु-संतों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, संत दुलाराम कुलरिया के परिजन एवं बड़ी संख्या में आमजन मौजूद रहे।
संत दुलाराम कुलरिया के पुत्रगण भंवर कुलरिया, नरसी कुलरिया, पुनम कुलरिया तथा पौत्र जगदीश कुलरिया व जनक कुलरिया द्वारा अस्पताल का निर्माण करवाकर संचालन के लिये सरकार के हस्तांतरित करना बहुत ही परिवर्तनशील व पुण्यकारी कदम है। ऐसी विचारधारा ही देश और समाज के विकास में सहायक सिद्ध होगी। करीब 4 बीघा जमीन पर 15 करोड़ की लागत से बने इस चिकित्सालय से सीलवा व आसपास के 15 गांवों के 60 हजार लोगों को लाभ पहुंचेगा। अस्पताल में एम्बुलेंस की भी सुविधा प्रदान की गई है।