भगवान विश्वकर्मा का अपमान करने वाले मन्त्री को मुख्य अतिथि बनाना दुर्भाग्यपूर्ण
लखनऊ। चिन्तक, विचारक एवं वेबाक शैली की पहचान रखने वाले विश्वकर्मा समाज के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अरविन्द कुमार विश्वकर्मा ने हरियाणा सरकार के मन्त्री नायब सिंह सैनी को विश्वकर्मा वंशीय समाज के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कहा कि जब अपने समाज के लोग ही ऐसे अज्ञानी मन्त्री को सम्मान देंगे तो भगवान विश्वकर्मा ही नहीं सभी हिन्दू देवी—देवताओं का अपमान करने में तनिक देर नहीं लगेगी।
ज्ञात हो कि हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मन्त्री नायब सिंह सैनी ने पिछले दिनों सरकार की तरफ से घोषणा किया था कि 1 मई को मजदूर दिवस मनाने की बजाय विश्वकर्मा दिवस पर मजदूर दिवस मनाया जायेगा।
दरसल 3 जून 2018 को विश्वकर्मा भवन पंचकूला (हरियाणा) में जांगिड़ ब्राह्मण सभा चण्डीगढ़ द्वारा ‘भगवान श्री विश्वकर्मा नमन समारोह’ आयोजित किया गया है। इस समारोह के मुख्य अतिथि मन्त्री नायब सिंह सैनी हैं। अरविन्द विश्वकर्मा ने इस समारोह के आयोजकों की भी आलोचना करते हुये कहा कि, क्या ऐसे सामाजिक संगठनों व नेताओं को अपने ईष्टदेव के सम्मान का तनिक भी ख्याल नहीं? जो व्यक्ति हमारे ईष्टदेव का अपमान करने पर तुला है, उनके दिवस को मजदूर दिवस बनाने पर तुला है वह ‘भगवान विश्वकर्मा नमन समारोह’ का मुख्य अतिथि कैसे? अरविन्द विश्वकर्मा ने इस समारोह के आयोजकों से अपील किया है कि मन्त्री नायब सिंह सैनी को न तो मुख्य अतिथि बनायें और न ही किसी तरह उनका सम्मान करें। उन्होंने विश्वकर्मा वंशीय समाज के लोगों से भी अपील किया है कि मन्त्री नायब सिंह सैनी का मुखर विरोध होना चाहिये और तब तक होता रहे जब तक वह समाज से माफी न मांग लें।