अपने अधिकारों के लिये पटना के गांधी मैदान में उमड़ा विश्वकर्मा समाज का जनसमुद्र
पटना। अपने हक और अधिकार की मांग को लेकर 4 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में विश्वकर्मा समाज का जनसमुद्र उमड़ पड़ा। शायद किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि चिलचिलाती धूप और इतनी गर्मी के बीच विश्वकर्मा समाज के लोग भी इतनी तादात में इकट्ठा हो सकते हैं।
विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी विकास समिति के बैनर तले आयोजित इस रैली में बढ़ई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने, आरक्षण का कोटा बढ़ाने, विधानसभ और लोकसभा में विश्वकर्मा समाज के लिए सीट सुरक्षित करने तथा पूना पैक्ट पर पुनर्विचार करने की मांग केन्द्र सरकार से की गई। विश्वकर्मा वंशियों की तादात देखकर ऐसा लग रहा था जैसे किसी राजनीतिक पार्टी की रैली हो रही हो। देश के विश्वकर्मा वंशियों को बिहार के विश्वकर्मा वंशियों से सीख लेनी चाहिये कि अपने अधिकार के लिये हम सभी सारे गिले—शिकवे दूर कर एक मंच पर खड़े हों।
अधिकार रैली का उद्घाटन रैली का उद्घाटन करते हुए बिहार राज्य विश्वकर्मा महासभा के पूर्व अध्यक्ष व लोजपा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ0 सत्यानन्द शर्मा ने कहा कि जाति से जमायत की ओर चलो, जमायत मजबूत होगा तभी देश और समाज मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि संघर्ष और समर्पण के बगैर किसी को कुछ नहीं मिलता है। चरणबद्ध आंदोलन करने की जरूरत है। साथ ही बढ़ई जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने, आरक्षण का कोटा बढ़ाने, विधानसभा व लोकसभा में विश्वकर्मा समाज के लिए सीट सुरक्षित करने की मांग की। डॉ0 सत्यानन्द शर्मा ने कहा कि मजबूत जमात बनेगा तो राज्य और देश के साथ समाज भी मजबूत होगा। बगैर जोखिम लिए व संघर्ष किए बिना कोई मांग या कोई काम होने वाला नहीं है। हमारी आबादी बिहार में 4.9 फीसदी है, लेकिन राजनीतिक भागीदारी शून्य है। इसके चलते हमें समाज में उपेक्षित जीवन जीना पड़ रहा है। आगे बढ़िए और संघर्ष करिए।
मुख्य अतिथि केन्द्रीय मन्त्री रामकृपाल यादव ने कहा कि समाज के लोग गरीब जरूर हैं लेकिन संघर्ष का इनका लंबा इतिहास है। विश्वकर्मा समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा मिले इसके लिए आंदोलन जरूरी है। उन्होंने विश्वकर्मा समाज की लड़ाई का समर्थन करते हुए कहा कि सभी मांगें जायज हैं। मांगों को लेकर स्वयं पहल करने और भारत सरकार के स्तर पर कार्यों को कराने का आश्वासन दिया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि विश्वकर्मा समाज के लोग विश्व के निर्माता हैं, अब अपना भविष्य बनाने की जरूरत है। उन्होंने गरीबों की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने की बात कही। डॉ0 प्रेम कुमार ने कहा कि विश्वकर्मा समाज संघर्ष के बल पर अपनी लड़ाई जीतना जानते हैं। हम इस लड़ाई में इनके साथ है।
इस विश्वकर्मा अधिकार रैली में झारखण्ड प्रदेश विश्वकर्मा समाज एवं रांची जिला विश्वकर्मा समाज कमेटी ने भी हिस्सा लिया। झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष विकास राणा ने भी रैली में अपने विचार व्यक्त किये। उनके साथ झारखण्ड प्रदेश विश्वकर्मा समाज के उपाध्यक्ष संजय शर्मा, दिलीप शर्मा, कृष्णकांत शर्मा, संजय कुमार शर्मा, कृष्णा शर्मा, संतन शर्मा एवं अन्य विश्वकर्मा बंधु भी रैली में सम्मिलित हुये। कोडरमा ज़िला अध्यक्ष सुभाष राणा, बोकारो ज़िला महासचिव मधुसूदन शर्मा, पलामू से प्रदेश सचिव बसन्त विश्वकर्मा, रांची से प्रदेश सचिव दिलीप शर्मा, प्रदेश संगठन सचिव संतन शर्मा, कृष्णा शर्मा भी रैली में भाग लिये।
रैली की अध्यक्षता रामभरोस शर्मा ने किया। इस मौके पर पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह, लोजपा के प्रदेश प्रवक्ता विष्णु पासवान, दीनानाथ क्रांति, अनिल पासवान, रामसेवक शर्मा, रवीन्द्रनाथ ठाकुर, सच्चिदानंद शर्मा, रामचन्द्र शर्मा, वासुदेव शर्मा, मुन्ना शर्मा अनिल कुमार पासवान, राहुल शर्मा, महानंद मिस्त्री, रामराज शर्मा, रामचेला शर्मा, विजय कुमार शर्मा, जनेश्वर शर्मा, दिनेश शर्मा सहित कई लोग मौजूद थे।
—रंजीत विश्वकर्मा
Very nice Jai Viskarma Kiran Jai hind
Respect and thanks to those who organised and participated in this movement.
श्रीविश्वकर्मा अधिकार रैली ऐतिहासिक रही इससे समाज को सीख लेने की ज़रूरत है और ज़रूर सीख लेंगे।
जय श्रीविश्वकर्मा किरण
जय श्रीविश्वकर्मा भगवान