सागर सम्भाग के डॉ0 महेन्द्र विश्वकर्मा को नर्सिंग में पहली पीएचडी उपाधि

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सागर। भाग्योदय तीर्थ नर्सिंग कॉलेज के कम्युनिटी हेल्थ नर्सिंग डिपार्टमेंट के एचओडी अमरमऊ शाहगढ़ निवासी शिक्षक गोकुल प्रसाद विश्वकर्मा के पुत्र डॉ0 महेंद्र विश्वकर्मा को नर्सिंग में पीएचडी की उपाधि मिली है। पूरे सागर सम्भाग में यह नर्सिंग क्षेत्र की यह पहली पीएचडी उपाधि है। गौर करने की बात है कि पूरे देश में गिने-चुने लोग हैं जिन्हें नर्सिंग में पीएचडी की उपाधि मिली है। डॉ0 महेन्द्र को “प्रिवेंशन ऑफ ओस्टियोपोरोसिस इन सीनियर सिटीजन” डॉ0 महिपाल सिंह एव डॉ0 शबाना अंजुम के निर्देशन में शोध कार्य पूरा किए जाने पर पीएचडी डिग्री से नवाजा गया है। डॉ0 महेंद्र विश्वकर्मा की उपलब्धि पर परिवार एवं क्षेत्र में खुशी की लहर है। बता दें कि महेंद्र विश्वकर्मा ने राजस्थान के जेजेटी यूनिवर्सिटी से अध्ययन कर उक्त उपाधि को हासिल किया है। 20 जनवरी को आयोजित यूनिवर्सिटी के नौवें दीक्षांत समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उपाधि प्रदान की। डॉ0 महेन्द्र विश्वकर्मा ने बताया कि ओस्टियोपोरोसिस एक ऐसी अवस्था है जिसमें हड्डियां कमजोर एवं नाजुक हो जाती हैं। इसमें कैल्शियम एवं विटामिन डी की कमी के कारण बोन माश (घनत्व) कम हो जाता है। यह बीमारी 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है। ऐसे मरीजों को उपचार में दवाई, स्वस्थ भोजन एवं व्यायाम स्वयं की देखभाल, विटामिन, खाद्य पूरक, बोन हेल्थ के बारे में हेल्थ एजुकेशन प्रदान किया गया जिसमें ऑस्टियोपोरोसिस के मरीजों में सुधार पाया l

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