देश का गौरव बढ़ाने में जांगिड़ समाज का अहम योगदान- लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला
जयपुर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने जांगिड़ ब्राह्मण समाज के लोगों का आह्वान किया कि वे शिल्पकला और विज्ञान के प्रणेता भगवान विश्वकर्मा के संस्कारों को आत्मसात करते हुए विश्व में कला और शिल्प के क्षेत्र में विशेष ख्याति अर्जित करें ताकि देश का मान और प्रतिष्ठा बढ़ सके। श्री बिड़ला कोटपुतली में जांगिड़ ब्राह्मण महासभा की कार्यकारिणी के शपथग्रहण समारोह में पदाधिकारियों को शपथ दिलवाने के पश्चात उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
लोकसभा अध्यक्ष श्री बिड़ला ने कहा कि जांगिड़ समाज के लोगों ने आदमकद प्रतिमाएं, चित्रकारी और मूर्ति निर्माण के क्षेत्र में देश का नाम गौरवान्वित किया है। उन्होंने कहा कि विश्व के लोग देश में कलाकृतियों को देखने आते हैं और इन कलाकृतियों को देख कर अभिभूत होते हैं। शिल्प कला के क्षेत्र में जांगिड़ ब्राह्मण समाज के लोगों ने विशेष ख्याति अर्जित की है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस समाज ने देश का गर्व और मर्यादा बढ़ाने का काम किया है। गुजरात के केवडिया में बनाई गई सरदार वल्लभ भाई पटेल की विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा हो या संसद में महात्मा गांधी की आदमकद प्रतिमा, इसी समाज के राम वी सुथार द्वारा बनाई गई है जो देश की अमूल्य धरोहर हैं। आज हमारे लिए देवी देवताओं की प्रतिमाएं ऊर्जा और प्ररेणा का स्रोत हैं और इतिहास की याद को ताजा बना रही है। उन्होंने कहा कि जांगिड़ समाज ने जिस प्रकार से समर्पण और सेवा की भावना से कार्य किया है और देश की सेवा की है उससे नये भारत का निर्माण हुआ है।
जांगिड़ समाज की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए श्री बिड़ला ने कहा कि इस समाज की दुनिया में शिल्पकारी के बाजार में सबसे बड़ी देन है। उन्होंने कहा कि इस संस्था को बने हुए लगभग 114 वर्ष पूरे हो चुके हैैं और अनेक महान विभूतियों ने इसके उत्थान में अपना अमूल्य योगदान दिया है। इसके अतिरिक्त इस समाज ने देश में अनेक शिक्षा के मन्दिर स्कूल, अस्पताल और धर्मशालाओं की स्थापना करके समाज कल्याण का रास्ता प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति को आने वाली पीढ़ियों तक समर्पण की भावना से आगे बढ़ाने की जरूरत है। कहा कि हमारा देश विविधताओं से परिपूर्ण है और हमें आपसी संकीर्ण विचारधारा का परित्याग करके देश को जोड़ने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक बेहतरीन संगठन का कार्य है कि वह सामाजिक बुराइयों को समाप्त करते हुए युवा पीढ़ी को आगे बढ़ाने का कार्य करे ताकि देश प्रगति के मार्ग पर प्रशस्त हो सके और अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें ताकि वे देश के नवनिर्माण में अपनी अंहम भूमिका निभा सकें।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय जांगिड़ ब्राह्मण महासभा के प्रधान नेमीचंद शर्मा ने कहा कि समाज ने उन्हें 36वें प्रधान के रूप में जिम्मेदारी सौंपी है। यह बड़ी जिम्मेदारी है जिसका निर्वहन सत्यनिष्ठा और लगन से करूंगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में इस समाज का प्रभुत्व राजनीति के क्षेत्र में और अधिक बढ़ेगा। उन्होंने समाज के लोगों को भरोसा दिलाया कि चुनाव के दौरान घोषणा पत्र में जो भी वायदा किया गया है। उसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्य सभा के सदस्य राम चन्द्र जांगड़ा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिल्पकार समाज को विशेष पहचान दिलवाई है। आज देश की संसद में शिल्पकारों की आवाज गूंज रही है। उन्होंने कहा कि कोणार्क, खजुराहो, चार मीनार, कुतुब मीनार और एलोरा-अजन्ता की गुफाएं भी शिल्पकला का बेजोड़ नमूना है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि इन शिल्पकारों के नाम को कहीं जगह नहीं मिली। उन्होंने कहा कि 17 सितम्बर को भगवान विश्वकर्मा का पूजा दिवस है और उसी दिन देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन भी है। इस वर्ष 17 सितम्बर को दिल्ली के रामलीला मैदान में शिल्पकारों का एक विशाल सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में दक्षिण भारत सहित देश के कोने-कोने से भारी संख्या में भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि जांगिड़ समाज के अधिकतर लोग भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं।
सभा के महासचिव अनिल एस जांगिड़ ने कहा कि इस सभा की स्थापना 4 अप्रैल 1907 को हुई थी इसको 114 वर्ष पूरे हो चुके हैैं। उन्होंने कहा कि सुन्दरी देवी ने 1927 में महासभा को चांदनी चौक में एक भवन प्रदान किया था और तबसे महासभा के कार्य का संचालन यहीं से हो रहा है। शपथ ग्रहण समारोह से पहले श्रीमती पुष्पा जांगिड़ के मार्गदर्शन में कलशयात्रा निकाली गई।
इस भव्य समारोह का आयोजन मनोरम वातावरण में महान समाजसेवी और भामाशाह सत्यनारायण जांगिड़ के फार्म हाउस में किया गया। इनके अथक प्रयासों की जितनी भी भूरि भूरि प्रशंसा की जाए वह कम है। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला ने कार्यकारिणी के सदस्यों को शपथ दिलाई।
इस अवसर पर अखिल भारतीय जांगिड़ सभा के अन्तर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरा राम जांगिड़, भामाशाह भंवर कुलरिया, जिला एवं सत्र न्यायाधीश साहिब राम मोटियार, पूर्व जिला एवं सत्र न्यायाधीश जयसिंह जांगिड़, हरियाणा प्रदेश के अध्यक्ष डॉ0 शेर सिंह जांगिड़, गुड़गांव के उद्योगपति लक्ष्मी नारायण शर्मा, जयभगवान शर्मा, लीलूराम जांगिड़, मुम्बई के उद्योगपति मीता राम, हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य तेलूराम जांगिड़, जांगिड ब्राह्मण सभा चंण्डीगढ़, पंचकूला और मोहाली के पूर्व अध्यक्ष राम भगत शर्मा, जांगिड़ एजूकेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ0 जगदीश चन्द्र जांगिड, महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष रोहतास जांगिड़, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, बिहार सहित अनेक प्रदेशों के अध्यक्ष, हिसार के डाक्टर कुलवंत सिंह, झज्जर के जिला अध्यक्ष मनमोहन खण्डेलवाल, झज्जर से जोगीन्द्र जांगिड़ और प्रवीण जांगिड़ तथा देश के कोने-कोने से आए समाज के प्रबुद्ध महानुभाव भी उपस्थित थे।
रिपोर्ट- आर0बी0 शर्मा